उत्तर नारी डेस्क
आवारा घूमने वाले पशुओं के कारण अक्सर यातायात अवरुद्ध होने, सड़क दुर्घटनायें घटित होने के साथ-साथ आवारा घूमने वाले पशुओं पर नियन्त्रण लगाये जाने हेतु पुलिस मुख्यालय स्तर पर “ऑपरेशन कामधेनु” की शुरूआत की गयी है।
जिसके क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया श्वेता चौबे के निर्देशन में दिनांक 06.02.2023 को अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर चन्द्र सुयाल के पर्यवेक्षण, क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन श्री विभव सैनी के नेतृत्व में कोतवाली श्रीनगर एवं कोटद्वार पुलिस द्वारा आमजन को निम्न प्रकार जागरूक किया गया:-
- अपने पशुओं का पशुपालन विभाग में रजिस्ट्रेशन करवाकर टैग अवश्य लगवायें।
- अपने पशुओं को सड़कों में आवारा न छोड़ें।
- अपने पशुओं को सार्वजनिक स्थान में आवारा छोड़ने की दशा में दुर्घटना घटित हो सकती है। जिससे गौ वंश के चोटिल होने के साथ साथ जनहानि होने की भी संभावना बनी रहती है।
- कुछ कामधेनु स्वामियों द्वारा अपने दुधारू गायों के दूध न देने के पश्चात सड़कों पर आवारा छोड़ दिया जाता है। जिससे पशु पॉलिथीन कूड़ा करकट आदि खाकर मर जाते हैं। अतः मानवता के दृष्टिगत अपने पशुओं को सड़को पर आवारा न छोड़कर अपने घर की गौशालों में ही रखकर पालन पोषण करें।
- उपरोक्त दिशा निर्देशों का पालन करने पर सम्बन्धित पशु स्वामी के विरुद्ध उत्तराखण्ड गोवंश संरक्षण अधिनियम- 2007 एवं गोवंश संरक्षण (संशोधन) अधिनियम- 2015 के तहत नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
यह भी पढ़ें - कोटद्वार : क्रिप्टो करेन्सी में इन्वेस्टमेंट के नाम पर 3 लाख से अधिक की ठगी