उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार में तीन दिवसीय "कोटद्वार बर्ड फेस्टिवल 2023" का आयोजन किया गया है। जिसका शुभारंभ आज 3 फ़रवरी को विधानसभा अध्यक्षा ऋतू खंडूड़ी भूषण ने दीप प्रज्वलित कर किया है। तीन दिवसीय वर्ल्ड फेस्टिवल को देखने और अपने कैमरे में कैद करने के लिए फोटोग्राफर सहित बड़ी संख्या में सैलानी आए हुए हैं।
वहीं, विधानसभा अध्यक्षा ऋतू खंडूड़ी भूषण ने कहा कि कोटद्वार क्षेत्र में बर्ड वाचिंग पर्यटन रोजगार का बेहतर जरिया बनेगा। उन्होंने कहा कि कोटद्वार बर्ड फेस्टिवल को भारत ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी रखे जाएंगे। कोटद्वार की पहचान राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित होगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पक्षियों की 700 प्रजातियों में से 400 प्रजातियां कोटद्वार के आसपास पाया जाना पर्यटन संभावना को दर्शाता है इसी संभावनाओं को धरातल उतारने के लिए कोटद्वार बर्ड फेस्टिवल को आगे भी निरंतर जारी रखा जाएगा।
वहीं, जिलाधिकारी डॉ० आशीष चौहान ने कहा कि पक्षियों का मानव जीवन व प्रकृति के लिए क्या महत्व है इस संदेश को भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को अधिकाधिक प्रतिभाग का अवसर दिया गया है। कहा कि कोटद्वार के आसपास के क्षेत्रों में 400 से अधिक पक्षियों का निवास होना जैव विविधता की समृद्धि को दर्शाता है। जो कि मानव जीवन व पर्यावरण की दृष्टि से बहुत ही सुखद बात है। उन्होंने कोटद्वार बर्ड फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर आयोजन समिति को धन्यवाद दिया।
बता दें, कोटद्वार के स्नेह पाखरो दुग्गड़ा में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कोटद्वार बर्ड फेस्टिवल में पहाड़ों में पाए जाने वाले विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों की फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। साथ ही फेस्टिवल में पहाड़ी उत्पादों के विभिन्न स्टॉल भी लगाए गए। इस दौरान पक्षी विशेषज्ञों ने बर्डवाचिंग का लुफ्त उठाया।
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