उत्तर नारी डेस्क
एक ओर जहां कोरोना ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा था। वहीं, दूसरी ओर कुछ ऐसे सोशल वर्कर और एनजीओ भी थे जो लगातार लोगों तक मदद पहुंचाने का काम कर रहे थे, उनमे से एक प्रसिद्ध कोरियोग्राफर और टेलीविजन होस्ट राघव जुयाल के भाई यशस्वी जुयाल भी रहे। जिन्होंने कोरोना के दौरान कई लोगों तक ज़िंदगी ज़िंदाबाद के नारे लगते हुए मदद पहुंचाई। जहां कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान वह अपने काम को लेकर बेहद मशगूल थे। वहीं, इसी दौरान उनको उनकी ज़िंदगी का प्यार भी मिल जायेगा यह किसको पता था। जी हाँ, यह लव स्टोरी थोड़ी ख़ास है ख़ास इसलिए क्यूंकि; इस स्टोरी में एक महिला IPS और कोरोना के दौरान समाज सेवा कर रहे लड़के की एक प्यारी प्रेम कहानी है। जो इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। ये लव स्टोरी है आईपीएस रचिता जुयाल और यशस्वी जुयाल की।
आपको बता दें, आईपीएस रचिता जुयाल ने हाल ही में एक वीडियो में शेयर किया है। जिसमे आईपीएस रचिता ने बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान उनकी मुलाकात कैसे यशस्वी जुयाल नाम के एक शख्स से हुई। जिससे उन्हें प्यार हो गया और फिर उन्होंने शादी कर ली। वह बताती हैं कि कोरोना के दौरान समाज सेवा कर रहे एक लड़के से उन्हें प्यार हो जायेगा यह तो उन्होंने भी नहीं सोचा था।
कैसे हुई IPS रचिता की यशस्वी जुयाल से मुलाकात
आईपीएस रचिता बताती हैं कि उनकी सोशल वर्क में काफी दिलचस्पी थी। वह कोरोना के दौरान कई एनजीओ की हेल्प कर रही थीं। इत्तेफाक से उनकी मुलाकत यशस्वी से हुई। वह यशस्वी को पहले से नहीं जानती थीं लेकिन काम के दौरान धीरे-धीरे अच्छी बातचीत होने लगी। वे बताती हैं कि उन्हें बाद में पता चला कि यशस्वी जुयाल प्रसिद्ध कोरियोग्राफर और टेलीविजन होस्ट राघव जुयाल के भाई हैं।
रचिता हंसते हुए बताती हैं कि उनकी टीम में यशस्वी मुझे सबसे ज्यादा इंटेलिजेंट लगे। वह एनजीओ वर्क में नए थे तो मैनें थोड़ा यशस्वी को ग्रूम भी किया। जब पता चला कि यशस्वी आर्टिस्ट भी हैं तो बातचीत होने लगी। बात करते करते दोस्ती हो गई। जो आगे चलकर प्यार में बदल गई और दोनों ने शादी का फैसला कर लिया। उन्होंने महसूस किया कि यशस्वी बहुत उदार हैं और किसी के बारे में बुरा नहीं सोचते। वे हर समय पॉजिटिव रहते हैं और अपने पास आने वाले हर व्यक्ति को बहुत तवज्जो देते हैं। उन्हें अपने काम से बहुत लगाव है।
आमतौर पर लड़के जंगली होते हैं आपने अपने पार्टनर से क्या सीखा?
जब उनसे पूछा गया कि आमतौर पर लड़के जंगली जैसे होते हैं। आपने अपने पार्टनर से क्या सीखा? तो इस पर वह कहती हैं कि जंगलीपन से भी काफी कुछ सीखा जा सकता है। कुछ अव्यवस्थित करने का भी अलग मजा है। इससे जिंदगी दिलचस्प हो जाती है। वे बताती हैं कि सोशल वर्क में दोनों की खासी दिलचस्पी है, जिसे वे साथ मिलकर एंज्वॉय करते हैं। रचिता कहती हैं कि पुलिस सेवा जॉइन करने के बाद जिंदगी काफी फास्ट हो गई थी लेकिन यशस्वी के आने के बाद उसमें सुकून भरा ठहराव आ गया है।
बताते चलें कि रचिता जुयाल उत्तराखण्ड के देहरादून की रहने वाली हैं। रचिता जुआल ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में 215वां रैंक हासिल किया था। उन्होंने स्थानीय इंटरमीडिएट कॉलेज से ही पढ़ाई की थी, जिसके बाद बीबीए भी किया था। बाद में उन्होंने यूपीएससी (UPSC) की तैयारी की। उनके पिता भी पुलिस सेवा में रहे हैं। पिता की देखादेखी उन्होंने भी पुलिस सेवा में आने की ठानी और वर्ष 2015 में UPSC क्लियर करके आईपीएस अधिकारी बन गईं।
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