उत्तर नारी डेस्क
वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। इसी परिपेक्ष्य में अब ठगों द्धारा विभिन्न ऑनलाइन सर्च इंजन पर फर्जी मोबाइल नंबर डालकर आम जनता से फोन के माध्यम से सम्पर्क कर फर्जी वेबसाइट के माध्यम से लाखों की धोखाधड़ी कर रहे है। आपको बता दें, ऐसा ही एक मामला अब समाने आया है। जहां ठग बेरोजगार युवकों को भारतीय युवा खेल परिषद के नाम पर बेवसाईट चलाकर धोखा दे रहे थे। इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि कुछ दिन पहले एसटीएफ कार्यालय में उत्तराखण्ड के कुछ युवकों द्वारा शिकायत की गयी थी कि एक संगठित गिरोह द्वारा भारतीय युवा खेल परिषद में फिजीकल एजुकेशन टीचर, भारतीय रेलवे, इन्कम टैक्स, आदि विभागों में सरकारी नौकरी के पदों के लिये आनलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं तथा भर्ती कराने के एवज में फर्जी भर्ती सेन्टरों में ट्रेनिंग देकर मोटी रकम ली जा रही है।
इस सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा जांच में पाया कि भारतीय युवा खेल परिषद नाम से एक बेवसाइट बनी हुयी है जिसमें फिजीकल एजुकेशन टीचर जैसे विभिन्न पदों के लिये आनलाइन आवेदन पत्र उपलब्ध हैं तथा उसमें रजिस्ट्रेशन के लिये 700 रूपये की फीस निर्धारित की गयी है साथ इसी बेवसाइट में काॅन्टेक्ट नम्बर भी जारी किये गये हैं। इस बेवसाइट पर दिये गये नम्बर पर जब कोई बेरोजगार युवक या युवती जानकारी करते थे तो उन्हें सामने वाले व्यक्ति द्वारा ये ही बताया जाता था कि ये एक सरकारी संस्था है तथा इसमें विभिन्न पदों की भर्ती के लिये आपको पहले 700 रूपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क भरकर आवेदन करना होगा उसके पष्चात आपका सलेक्षन होने पर आपको ट्रेनिंग भेजा जायेगा। इसके बाद युवकों द्वारा सम्बन्धित वेबसाइट में जाकर आनलाईन आवेदन पत्र भर दिया जाता और उसमें 700 रूपये शुल्क प्राप्त कर लिया जाता उसके कुछ दिन पश्चात सम्बन्धित युवक/युवती को अपने मूल डाक्यूमेन्ट जमा करने को कहा जाता और फिर मेल के माध्यम से सम्बन्धित युवक/युवती को फिजीकल एजुकेशन टीचर पद के लिये उपयुक्त बताकर ट्रेनिंग के लिये हरिद्वार स्थित एक आश्रम में उपस्थित होने के लिये कहा जाता था और उसके बाद उनसे परमानेन्ट सलेक्शन के लिये करीब 1.5 से 02 लाख रूपये का खर्चा बताकर यूथ एसोसिएशन के नाम से बने खाते के अलावा अपने खातों में पैसा जमा करा दिया जाता था।
फिर युवक और युवतियों को कुछ दिवस की ट्रेनिंग देने के पश्चात् ज्वाईनिंग लेटर का इंतजार करने के लिये कहकर वापस भेज दिया जाता है लेकिन फिर दुबारा उन्हें कोई सम्पर्क नहीं किया जाता है। एसटीएफ द्वारा ठगी के शिकार हुये युवकों से पूछताछ करने पर ये बात भी सामने आयी कि इस गिरोह के द्वारा कई लोगों को भारतीय रेलवे विभाग, इनकम टैक्स विभाग और विदेष भेजने को लेकर भी ठगी की गयी है तथा फिजीकल एजुकेशन टीचर के नाम भर्ती करने लिये श्यामपुर स्थित एक आश्रम में युवकों को बकायदा पूरे 01 माह की ट्रेनिंग दी गयी है। जहां पर इस गिरोह के लोगों द्वारा एक ट्रेनिंग दिलाने नाम पर कुछ ट्रेनर भी रखे गये थे तथा ट्रेनिंग के दौरान ही युवक/युवतियों को खाते के नम्बर देकर उनसे करीब 02 लाख रूपये जमा करा दिये जाते थे।
एसटीएफ ने अपनी जांच में भारतीय युवा खेल परिषद के बारे में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि भारतीय युवा खेल परिषद के नाम से जारी बेवसाइट में आन लाइन फार्म में दिये जाने वाला रजिस्ट्रेशन शुल्क 700 रूपये आनन्द मेहतो के नाम से बने पेटीएम एकाउन्ट में जमा हो रहा है तथा इस एकाउन्ट में विगत 06 माह के अन्दर पूरे भारतवर्श के अलग अलग राज्यों से युवक और युवतियों द्वारा आन लाइन रजिस्ट्रेशन किया गया है तथा भारतीय युवा खेल परिषद के नाम से बेरोजगार युवकों से प्राप्त की जा रही धनराषि यूथ एसो. के नाम के खाते में जमा हुयी है,जिसका संचालक आनन्द कुमार मेहतो, राखी रानी और मनीष कुमार नाम के व्यक्ति हैं। इस खाते के अलावा युवक और युवतियों द्वारा दिये गये खातों की जानकारी की गयी तो विगत 06 माह में लगभग 55 लाख रूपये की धनराशि पायी गयी थी। जांच में इस गिरोह के आनन्द कुमार मेहतो, श्रीमती राखी रानी और मनीष कुमार के अलावा अन्य सदस्य योगेन्द्र कुमार योगेश, संजय रावत, राजकुमार उर्फ राजवरी, संदीप सिंह का नाम प्रकाष में आये। जिनमें से तीन सदस्य आनन्द मेहतो, योगेश और संजय रावत की कल रात गिरप्तारी की गयी है, उनके कब्जे से एक लैपटाॅप, 03 मोबाईल फोन, भा0यु0खेल परिषद के बनाये हुये कई दस्तावेज आदि बरामद किये गये हैं।
इनके विरूद्ध एसटीएफ द्वारा थाना श्यामपुर हरिद्वार में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। गिरोह के सदस्यों के खातों के अलावा अन्य प्रकाष में आये खातों को फ्रिज करने हेतु एसटीएफ द्वारा कार्यवाही की जा रही है तथा अन्य सदस्यों की गिरप्तारी हेतु धरपकड़ जारी है।
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