उत्तर नारी डेस्क
विदेश में नौकरी करने का सपना देख रहे युवाओं के लिए अच्छी ख़बर है। प्रदेश सरकार अब खुद युवाओं को विदेश के लायक तैयार करेगी और उन्हें जापान, जर्मनी और इजरायल समेत अन्य देशों में नौकरी दिलाकर युवाओं का सपना पूरा करने में सहयोग करेगी। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से विदेश रोजगार प्रकोष्ठ खोलने को लेकर एक पहल की गई। जिसका नतीजा है की सेवायोजन विभाग में अलग से विदेश रोजगार प्रकोष्ठ खोला गया है। इसके साथ ही भारत सरकार की ओर से नामित नेबिस नाम की मानव संसाधन कंपनी से समझौता भी किया गया है।
बता दें, सरकार ने विदेश में रोजगार के लिए नेबिस से नियुक्तियों का प्रस्ताव मांगा है। जिसके चलते बीते माह जापान की तीन कंपनियां उत्तराखण्ड आई और उन्होंने एएनएम व जीएनएम कोर्स करने वाले युवाओं की मांग की। गौरतलब है कि जापान में वृद्धों की संख्या अधिक है। ऐसे में उनकी देख-रेख के लिए सेवकों की बड़ी संख्या की जरूरत है।
प्रथम चरण में जापान में बुजुर्गों की सेवा के लिए एएनएम व जीएनएम कोर्स कर चुके युवाओं का चयन किया जाएगा। इसके बाद उन्हें जापानी भाषा का प्रशिक्षण देकर वहां भेजा जाएगा। यहीं नहीं, इन देशों में मेडिकल, होटल, योगा, केयर टेकर, तकनीशियन, इंजीनियर, आईटी पेशेवरों की जबर्दस्त मांग है। इस मांग के मुताबिक राज्य सरकार राज्य के युवाओं को तैयार करेगी और आवश्यकता अनुसार प्लेसमेंट एजेंसी की मदद से सरकार उस ट्रेड के बेरोजगार को उस देश की भाषा सिखाएगी। उम्मीदवार को पासपोर्ट, वीजा, दूतावास, प्रमाणपत्र व अन्य औपचारिकताओं के लिए धक्के भी नहीं खाने पड़ेंगे।
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