उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड को वीरों की भूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां के लोकगीतों में शूरवीरों की जिस वीर गाथाओं का जिक्र मिलता है, पराक्रम के वह किस्से देश-विदेश तक फैले हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि यह देवभूमि हर साल सेना में सबसे अधिक युवाओं को भेजती है। दरअसल, उत्तराखण्डी युवाओं में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ है। देश के लिए सेवा करने का जज़्बा पाले न जाने कितने ही लोग इस देवभूमि से जाते हैं और मातृभूमि की रक्षा करते हैं। और उसके बाद जब हम यह सुनते हैं कि उत्तराखण्ड की बेटियां सेना में बड़े पदों पर काबिज हैं और तो गर्व से छाती चौड़ी हो जाती है। ऐसे ही राज्य का नाम रौशन करने वाली पहाड़ बेटी से आज हम आप सब का परिचय कराएंगे। हल्द्वानी की बेटी दीक्षा मेहता ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर अपने माता पिता और उत्तराखण्ड का नाम रौशन किया है। एफएमसी पुणे से पास आउट होने के बाद वह भारतीय सेना का हिस्सा बन गई है। दीक्षा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
बता दें, एफएमसी से भारतीय सेना में जाने वाले अधिकारी मेजडिकल क्षेत्र में कार्य करते हैं। दीक्षा मेहता मूल रूप से अल्मोड़ा के महत गांव की रहने वाली हैं। लेकिन, वर्तमान में दीक्षा मेहता का परिवार हल्द्वानी के भगवानपुर तल्ला में निवास करता है। वहीं उन्होंने हल्द्वानी से स्कूली शिक्षा हासिल की है। साल 2016 में हाईस्कूल करने के बाद दीक्षा ने हल्द्वानी से इंटर की पढ़ाई पूरी की। दीक्षा मेहता बचपन से मेधावी छात्र थी और इसलिए उन्होंने पहले प्रयास में ही एफएमसी परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। दीक्षा के पिता प्रीतम सिंह मेहता भी भारतीय सेना का हिस्सा रहे हैं और अब रिटायर हो गए हैं, जबकि मां कमला मेहता हाउस वाइफ हैं। दीक्षा अपने भाई-बहनों में बीच की है। दीक्षा की बड़ी बहन नेहा मेहता व भाई हर्ष मेहता वर्तमान में हल्द्वानी में पढ़ाई कर रहे हैं। उत्तर नारी की पूरी टीम की और से भी दीक्षा मेहता को ढेर सारी शुभकामनाएं।
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