उत्तर नारी डेस्क
अगर आपकी खाली जमीन, छत व प्लॉट पर कोई टावर लगवाने की बात कह रहा है तो सावधान हो जाइए। हो सकता है कि टावर के बदले आपको एडवांस देने की पेशकश भी की जाए। अगर आपके पास भी टावर लगवाने का मैसेज या मेल आता है तो आप सावधान रहें।
कुछ लोगों द्वारा मोबाइल फ़ोन का टावर लगाने के नाम पर ठगी की जा रही है। कोई अज्ञात व्यक्ति आपको फ़ोन करे तथा आपके ख़ाली पड़े जमीन पर या घर के छत के ऊपर टावर लगाने की बात कहते हुये आप को हर महीने किराये के रूप में ज्यादा पैसे देने का लालच दे एवं इसके एवज में डॉक्यूमेंटेशन फीस एवं अन्य प्रोसेसिंग फीस के नाम पर आप से रूपये की माग करे तो आप सावधान हो जाये। ऐसे लोगों की सूचना तत्काल पुलिस को दे, इनके झांसे में न आये नहीं तो आप ठगी के शिकार हो जायेगे।
किनके पास है मोबाइल टावर लगाने का लाइसेंस?
मोबाइल टावर लगाने का लाइसेंस चुनिंदा टेलीकॉम ऑपरेटर्स ओर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स के पास है। इनमें इंडस टॉवर्स लिमिटेड, एटीसी, भारती इन्फ्राटेल आदि जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदाता के अलावा रिलायंस जियो, एयरटेल, वीआईएल, बीएसएनएल, एमटीएनएल जैसे टेलीकॉम सेवा प्रदाता शामिल हैं।
इन कंपनियों के अधिकारियों से अनुमति मिल जाने के बाद टॉवर इंस्टॉल करने की प्रक्रिया आगे बढ़ती है। इन अधिकारियों में केंद्र, राज्य सरकारें, स्थानीय अधिकारी, निकाय, कंपनियां या केंद्र या राज्य सरकार द्वारा स्थापित या इनकॉर्पोरेट किए गए संस्थान या कंपनियां शामिल होती हैं।
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