उत्तर नारी डेस्क
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में नर्सिंग पेशेवरों को वर्ष 2022 और 2023 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किए। यह पुरस्कार नर्सों और नर्सिंग पेशेवरों को सराहनीय सेवाओं के लिए प्रदान किए जाते हैं। इसकी स्थापना 1973 में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने की थी। इसी क्रम में देवभूमि उत्तराखण्ड की मंजू कैड़ा को भी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित किया। मंजू कैड़ा को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार मिलने से प्रदेशभर में खुशी की लहर है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने ट्वीट कर मंजू कैड़ा को शुभकामनायें दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा 'नर्सिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट एवं निस्वार्थ समर्पण के लिए "राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार-2022" से सम्मानित 'उत्तराखण्ड की बेटी' मंजू कैड़ा को मेरी हार्दिक बधाई। नर्सिंग एक ऐसा पेशा है जो जीवन को बेहतर बनाने के लिए करुणा, विशेषज्ञता और अथक समर्पण का प्रतीक है। लोगों की मदद करने के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता पर बहुत गर्व है। और, मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।'
बता दें, राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से नवाजी गई मंजू कैड़ा हल्द्वानी की रहने वाली हैं। मंजू कैड़ा रुद्रपुर में जवाहर लाल नेहरू जिला अस्पताल की एएनएस हैं। मंजू कैड़ा पिछले 35 साल से नर्सिंग सेवा में हैं। उन्होंने कोविड काल में एक भी अवकाश नहीं लिया और महिला चिकित्सालय में तैनाती के दौरान कोविड पॉजिटिव महिलाओं के प्रसव कराए।
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