उत्तर नारी डेस्क
प्रत्येक माह के पहले और तीसरे मंगलवार को तहसील में जनसमस्याओं को सुनने के लिए तहसील दिवस लगाया जाता है। लेकिन 15 अगस्त होने के कारण बुधवार को तहसील दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों अथवा प्रतिनिधियों की उपस्थिति अनिवार्य होती है। तहसील दिवस में महज कर्मचारी उपस्थिति रजिस्टर में सिग्नेचर कर कर चले गए हैं। इस के साथ ही अन्य सरकारी विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी नहीं होने से अधिकारियों की कुर्सी खाली देखी गयी। जिसके कारण फरियादियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
यह भी पढ़ें - अचानक ड्राइवर की तबीयत बिगड़ी, बस हुई दुर्घटनाग्रस्त, दो घायल

(1)%20(1).jpg)