उत्तर नारी डेस्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता दूत ही स्वच्छता अभियान की धुरी हैं और जो सम्मान राज्य ने प्राप्त किया है वो इनके बिना असंभव था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे स्वच्छ भारत मिशन की वजह से देश स्वच्छता के प्रति पुनः जागृत हुआ है। उन्होने कहा कि स्वच्छता के इस महा अभियान की सफलता की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। जब सरकार के प्रयासों में जन भागीदारी जुड़ती है, तो उन प्रयासों की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर आज उत्तराखण्ड ने एक नया स्थान अर्जित किया है। स्वच्छता और पर्यटन का आपस में गहरा संबंध है, जहां स्वच्छता होती है वहां पर्यटन में भी वृद्धि होती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 17 सितम्बर 2023 से 02 अक्टूबर 2023 तक "स्वच्छता ही सेवा" कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समग्र स्वच्छता के इस महा अभियान में समस्त पंचायत प्रतिनिधि, समुदाय स्तरीय संगठन, स्वयं सेवी संगठन एवं समस्त नागरिक अपना योगदान देंगे। इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक सविता कपूर, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, निदेशक शहरी विकास नितिन भदौरिया, निदेशक स्वजल कर्मेन्द्र सिंह उपस्थित थे।
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