उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड से ख़बर सामने आई हैं। जहां, उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में सुबह 8:35 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए है। हालांकि भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
जिला आपदा प्रबंधन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.0 मापी गई है। भूकंप का केंद्र हिमाचल राज्य से लगे मोरी ब्लॉक के कोठीगाड रेंज में जमीन से पांच किमी नीचे था। आपको बता दें, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की ओर से भूकंप के पुष्टि की गई है।
इससे पहले भी उत्तरकाशी में भूकंप के झटकों से धरती डोली है। बीते 29 अगस्त को भी यहां 2.8 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया था। तब भूकंप का केंद्र बड़कोट स्यालना के जंगलों में जमीन से पांच किमी नीचे था।
भूकंप के दौरान क्या न करें -
1.भूकम्प आने पर फौरन घर, स्कूल या दफ्तर से निकलकर खुले स्थान या मैदान में जायें।
2.बडी बिल्डिंग, पेडों, बिजली के खम्बों आदि से दूर रहें।
3.कई फंस गये हो तो दौड़े नहीं। इससे भूकम्प का ज्यादा असर होगा।
4.भूकम्प आने पर खिड़की, अलमारी, फंखे एंव ऊपर रखें भारी सामान से दूर हट जायें। ताकि इनके गिरने से चोट न लगें।
5.अगर आप बाहर नहीं निकल पाते तो टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे घुस जाएं और उसे मजबूती से पकड़ लें, ताकि झटकों से वह खिसके नहीं
6.कोई मजबूत चीज न हो तो किसी मजबूत दीवार से सटकर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी मजबूत चीज से ढककर घुटनों के बल टेक लगाकर बैठ जाएं।
7.खुलते बन्द होते दरवाजे के पास खड़े न हो वरना चोट लग सकती है।
8.गाडी में हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खम्बों, फ्लाई-ओवर, पुल आदि से दूर सड़क के किनारे या खुले में गाड़ी रोक लें, और भूकम्प रूकने तक इंतजार करें।
9.बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
10. भूकम्प के सम्बन्ध में किसी प्रकार की अफवाहों से बचें।