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कोटद्वार : प्रसव के बाद महिला की मौत, एक बच्चा मृत व दूसरा स्वस्थ

उत्तर नारी डेस्क 
राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में प्रसव के बाद एम्स ऋषिकेश रेफर की गई प्रसूता की रास्ते में मौत हो गई। चिकित्सकों के अनुसार, महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। जिनमें से एक बच्चा पहले से ही मृत था, जबकि दूसरा बच्चा स्वस्थ है। इस दुःखद घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया है।

बता दें, बेस अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. विजयेश भारद्वाज ने बताया कि दो दिन पूर्व पदमपुर निवासी 26 वर्षीय मनीषा गंभीर हालत में अस्पताल के जच्चा बच्चा वार्ड में भर्ती हुई थी। चिकित्सकों ने तत्काल उसका उपचार शुरू कर दिया था। उसके पेट में दो बच्चे थे, जिसमें से एक बच्चा पहले से ही मृत था। मृत बच्चे को पेट से निकालने के बाद चिकित्सकों ने दूसरे बच्चे की सकुशल डिलीवरी करवाई। वहीं, डॉ. विजयेश ने बताया पेट में एक बच्चे की मौत हो जाने के कारण भविष्य में समस्या होने की आशंका के चलते सोमवार को महिला को एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया था, लेकिन महिला की रास्ते में ही मौत हो गई। 

पौड़ी गढ़वाल : इलाज के अभाव में युवक की मौत
बदहाल सड़के और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर पूरे राज्य में आज भी चिंताजनक स्तिथि है। पहाड़ के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए अभी भी तरस रहे है। इनमे से स्वास्थ्य सेवाएं एक गम्भीर विषय है। जिसके कारण कई लोग अपनी जान गंवा बैठते है। इसी क्रम में अब ख़बर यमकेश्वर से सामने आ रही है। जहां बुकंडी निवासी 37 वर्षीय युवक शांति प्रसाद गैरोला पुत्र घनश्याम की इलाज समय से न मिल पाने के कारण मौत हो गयी है। 

जानकारी अनुसार, शांति प्रसाद गैरोला पुत्र घनश्याम की अचानक ज्यादा तबियत बिगड़ने के कारण उसे पैदल ही चारपायी में गाँव के युवाओ और नेपाली मूल के मजदूरों द्वारा त्याड़ो तक पहुँचाया गया, वंहा से वाहन से अस्पताल ले जाने की व्यवस्था की गई किन्तु तब तक बहुत देर हो गई और आधे रास्ते दिउली से आगे जाते ही युवक ने वाहन में ही दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि नौगांव बुकंडी मोटर मार्ग तिमली अकरा के पास चिपली पैरी के पास भू स्खलन होने के कारण बाधित हों गया जिस कारण यातायात पूरी तरह से बंद हों गया और मरीज को समय पर अस्पताल नहीं पहुँचाया जा सका।

मृतक शांति प्रसाद गैरोला का भाई विनोद गैरोला ने बताया की भाई की तबियत खराब हों रखी थी, पेट में समस्या थी जिसका इलाज चल रहा था, दवाई लेकर घर आया हुआ था, दोबारा चेकअप करवाने जाना था किन्तु सड़क नहीं होने के कारण ले जा नहीं पाए। कौड़िया विंध्यवासिनी ताल मार्ग में नदी होने के कारण रास्ता बंद है और नौगाँव बुकंडी मार्ग बारिश के चलते भू स्खलन होने से तरह बाधित हों रखा है। 

उन्होंने बताया की कल सुबह पेट में अचानक तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी तो स्थानीय निवासी सुनील बडोला और सूरज बड़थवाल और सड़क पर काम कर रहे नेपाली मूल के व्यक्तियों द्वारा उन्हें चारपाई पर लिटाकर पैदल ही त्याड़ो तक लेकर आये, वंहा से आगे वाहन से ले जाने की व्यवस्था की गई, किन्तु तब तक काफी देर हों गई और आधे रास्ते पर दिउली से आगे गाड़ी में ही दम तोड़ दिया। उन्होने कहा की यदि सड़क खुली होती या विंध्यवासिनी ताल रोड़ का स्थायी समाधान होता तो आज हमें अपने भाई को नहीं खोना पड़ता।

कोटद्वार : नामित पार्षद मालती बिष्ट का निधन
कोटद्वार से एक दुःखद ख़बर सामने आ रही है। रविवार देर रात पूर्व प्रधान मानपुर वार्ड 17 और वरिष्ठ भाजपा नेत्री वर्तमान में नामित पार्षद मालती बिष्ट का निधन हो गया है। उनके निधन पर क्षेत्रवासियों में शोक की लहर है।  

बताया जा रहा है कि वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी। जिस कारण देहरादून के अस्पताल में उनका इलाज जारी था। ऐसे में उनके निधन की ख़बर सामने आते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनका अंतिम संस्कार मुक्ति धाम आश्रम कोटद्वार में किया जाएगा। 


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