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सड़क हादसे में दो सगे भाइयों की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

उत्तर नारी डेस्क


उत्तराखण्ड में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहें हैं। जगह-जगह सड़क हादसे हो रहे हैं। इसी क्रम में अब ख़बर ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से सामने आयी है। जहां बीते शनिवार रात को श्रीनगर से रुद्रप्रयाग की ओर जा रही एक स्कूटी सड़क किनारे खड़े टैंकर से टकरा गई। जिससे इस दुर्घटना में दो सगे भाइयों की मौत हो गई है। 

जानकारी अनुसार, रुद्रप्रयाग के ग्राम गबनी चंद्रपुरी निवासी अमित कुमार (25) अपने छोटे भाई सुमित कुमार (21) को डॉक्टर को दिखाने श्रीनगर बेस अस्पताल गया था। वहां से लौटते समय ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटेश्वर कॉलोनी के आगे डैम साइट के पास उनकी स्कूटी सड़क किनारे खड़े बल्गर से टकरा गई और दोनो सगे भाइयों की मौत हो गई है। 

वहीं, इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों भाई खून से लथपथ हालत में सड़क पर पड़े थे। पुलिस ने दोनों को 108 एंबुलेंस की मदद से उपचार के लिए बेस अस्पताल श्रीकोट पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने दोनों घायल को मृत घोषित कर दिया।


कोटद्वार-पौड़ी हाईवे पर टस्कर हाथी ने जमकर मचाया उत्पात, जान बचाकर भागे यात्री

लगातार हाथियों का शहरी क्षेत्र में आने का क्रम जारी है। आये दिन हाथी शहरी इलाक़े में घुस कर उत्पाद मचाते नज़र आते है। इसी क्रम में अब खबर कोटद्वार से सामने आ रही है। जहां लैंसडौन वन प्रभाग के जंगल से निकलकर एक टस्कर हाथी ने हाईवे पर जमकर उत्पात मचाया है।

जानकारी अनुसार, घटना बीते शनिवार दोपहर की है। जब अन्य दिनों की भांति कोटद्वार से दुगड्डा के बीच हाईवे पर यातायात सामान्य रूप से चल रहा था। तभी अचानक पांचवें मील के पास जंगल से निकलकर एक विशालकाय टस्कर हाथी यातायात के बीच आ धमका जिसे देख आनन-फानन में यात्री वाहन छोड़ जान बचाकर भागे। हालंकि कुछ देर तक हाथी हाईवे के बीच ही खड़ा रहा। जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई और करीब एक घंटे तक हाईवे पर यातायात बाधित रहा। 

इस दौरान कुछ बाइक सवारों और लागों ने हाथी की फोटो लेने के लिए उसके करीब जाने की कोशिश की। जिस पर आक्रोशित होकर हाथी ने उनके पीछे दौड़ लगा दी। हाथी के हाईवे पर दौड़ते ही वहां पर मौजूद लोेगों में भगदड़ मच गई। लोग अपने वाहनों को छोड़कर भागने लगे। लेकिन, कुछ दूर दौड़ने के बाद हाथी रुक गया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

वहीं, सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों ने हवाई फायर कर किसी प्रकार हाथी को जंगल में खदेड़ा और फारेस्ट गार्ड वचन सिंह नेगी ने वन कर्मियों के सहयोग से लोगों को पीछे हटाकर हाथी के लिए जंगल में निकलने का रास्ता बनाया। इसके बाद यातायात सुचारू हुआ।

बता दें, आए दिन इस मार्ग से होकर हाथियों के झुंड पानी पीने खोह नदी में उतरते हैं। और अचानक हाईवे पर आ जाते है, जिस के कारण हाईवे के दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लग जाता है।



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