उत्तर नारी डेस्क
23वें उत्तराखण्ड स्टेट पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप 2023 में कोटद्वार के चिंतन रावत ने प्रथम स्थान पाकर कोटद्वार का नाम रोशन किया है। आपको बता दें, इस प्रतियोगिता का आयोजन देहरादून में दो-तीन सितंबर को तुनावाला, राजपुर रोड देहरादून में हुआ। जिसमें चिंतन रावत ने स्क्वेट लिफ्ट में 195 किलो, बैन्च प्रेस में 130 किलो तथा डेड लिफ्ट में 230 किलो वजन उठाकर रिकार्ड बनाया है। जिसके लिए निर्णायकों ने 93 किलो सीनियर वर्ग चैंपियनशिप में उन्हें प्रथम स्थान दिया है।
चिंतन रावत की सफलता पर उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। वहीं, चैंपियनशिप जीतने के बाद कोटद्वार पहुंचने पर उनका परिजनों और समर्थकों द्वारा फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया गया। बताया जा रहा है कि चिंतन रावत पुत्र राजेंद्र सिंह रावत काशीरामपुर मल्ला कोटद्वार के रहने वाले हैं।
ड्यूटी के दौरान जम्मू कश्मीर में शहीद हुए गढ़वाल राइफल के राइफलमैन दीपेंद्र सिंह, जय हिन्द
उत्तराखण्ड में एक बार फिर से शोक की लहर है। उत्तराखण्ड ने एक बार फिर से अपना एक सपूत खो दिया है। बता दें, बीरोंखाल विकासखंड के पसोल गांव का बेटा राइफलमैन दीपेंद्र सिंह रावत जम्मू कश्मीर में शहीद हो गया है। जवान के शहीद होने की सूचना के बाद प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गयी। वहीं, शहीद के स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है।
जानकारी अनुसार, 30 वर्षीय राइफलमैन दीपेंद्र सिंह रावत गढ़वाल राइफल में सेवारत थे और इन दिनों उनकी ड्यूटी जम्मू कश्मीर में थी। दीपेंद्र चार भाइयों में सबसे बड़े थे, उनका दो साल का बेटा है। वह जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए है। शुक्रवार देर शाम सेना की ओर से उनके परिजनों को इसकी सूचना दी गई है और आज शनिवार सुबह तड़के शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा। गांव के पैतृक घाट पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। हालंकि अभी पूरे घटनाक्रम की जानकारी नहीं मिल सकी है।
भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनें सुंदर सिंह धामी, करेंगे देश सेवा
उत्तराखण्ड वीरों की भूमि रही है। आज देश की सेना को सबसे ज्यादा अफसर और फौजी देने के मामले में उत्तराखण्ड अव्वल राज्यों में से एक है। वहीं, उत्तराखण्ड में हर पांचवे परिवार से एक सदस्य देश की सेना में शामिल है। गर्व की बात यह है कि आज की युवा पीढ़ी भी इस परंपरा का निर्वहन कर रही है। जिनमें पिथौरागढ़ निवासी सुंदर धामी का नाम भी शामिल हो चुका हैं।
आपको बता दें, पिथौरागढ़ निवासी सुंदर धामी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। इस उपलब्धि से जहां उनके पूरे परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। मूल रूप से पिथौरागढ़ धारचूला के चिचिंडा के सुदूर गांव निवासी सुंदर धामी ने चेन्नई OTA में हुई पासिंग परेड का हिस्सा बन भारतीय सेवा में शामिल होने के अपने सपने को पूरा किया। लेफ्टिनेंट सुंदर धामी ने स्कूली शिक्षा पिथौरागढ़ से हासिल की। इसके बाद उनका दाखिला दिल्ली विश्वविद्यालय में हो गया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने 2022 में सीडीएस परीक्षा में सफलता हासिल की।
चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी से पासआउट होकर बतौर लेफ्टिनेंट सेना में शमिल होंगी। वहीं, लेफ्टिनेंट सुंदर सिंह धामी की माता का नाम नंदा देवी है जो एक कुशल ग्रहणी है। उनके पिताजी नारायण सिंह धामी है। जो भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं। वो कुमाऊं रेजिमेंट 5 में हवलदार पद पर थे और 3 वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हुए है। फिलहाल वो डीएससी में कार्यरत हैं। मौजूदा वक्त में उनका परिवार लाल कुआं विधानसभा के अंतर्गत आने वाले बिंदुखत्ता क्षेत्र में रहते हैं।
कोटद्वार नामित पार्षद मालती बिष्ट का निधन