उत्तर नारी डेस्क
प्रेमी-प्रेमिका की खबरें आपने लगातार पढ़ी होगीं। लेकिन कई बार ऐसे मामले आ जाते है जो हैरान कर देते है। आपको बता दें, ऐसा ही मामला बागेश्वर जिले से सामने आया है। यहां एक युवती शादीशुदा महिला से शादी करने पर अड़ी है। परिवार के लाख समझाने के बावजूद युवती अपनी जिद छोड़ने को तैयार नहीं है। इसकी भनक लोगों को लगी तो कोतवाली के आगे भीड़ जमा हो गई। कोतवाली में घंटों तक ड्रामा चलता रहा। काफी जहोद्दत के बाद पुलिस ने उन्हें घर भेजा। वहीं, इस मामले में सीओ बागेश्वर अंकित कंडारी ने बताया कि युवती व महिला के मामले में किसी ने भी कोई शिकायती पत्र पुलिस को नहीं दिया है। पुलिस ने दोनों को समझाकर भेज दिया है। शिकायती पत्र आने के बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि रविवार को एक स्कूटी में सवार होकर एक सरकारी सेवा करने वाली महिला कोतवाली पहुंची। उन्होंने वहां पहले से एक युवती के साथ रहने की इच्छा जताई और पुलिस को एक पत्र दिया था। बताया जा रहा है कि 22 साल युवती पिथौरागढ़ की रहने वाली है। महिला के साथ उसकी रिश्तेदारी है। वह करीब एक माह से उसके साथ रह रही है। युवती के माता-पिता उसे घर ले जाने आए, पर युवती ने इनकार कर दिया। वह कहने लगी वह महिला से शादी करेगी। महिला भी इसके लिए तैयार थी, जबकि महिला के पहले से दो बच्चे हैं।
महिला के पति भी सरकारी सेवा में हैं। युवती के माता-पिता और महिला के परिजनों ने दोनों को समझाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। काफी ड्रामा होने के बाद आखिरकार पुलिस ने दोनों को वहां से घर जाने के लिए कहा। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।
कोटद्वार फुटबॉल खिला़ड़ी आदित्य रावत का प्रदेश की अंडर-19 फुटबॉल टीम में चयन
कोटद्वार के फुटबॉल खिला़ड़ी आदित्य रावत का चयन प्रदेश की अंडर-19 फुटबॉल टीम में हो गया है। आपको बता दें, वह अब राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल प्रतियोगिता डॉ. बीसी रॉय स्मृति ट्रॉफी में प्रदेश की टीम में प्रतिभाग करेंगे।
इस संबंध में अकादमी के संचालक सिद्दार्थ रावत ने बताया कि अगस्त माह में आदित्य रावत ने कोटद्वार से जनपद स्तरीय चयन प्रक्रिया पास की। उसके बाद उसने रुद्रपुर ऊधम सिंह नगर स्थित एक निजी खेल अकादमी में अपने द्वितीय चरण का ट्रायल पास किया।
बताया कि आदित्य ने डीएवी स्कूल कोटद्वार के कक्षा 11वीं के छात्र है। शिबूनगर निवासी आदित्य रावत के पिता सतीश सिंह रावत व्यवसायी हैं। बताया कि प्रदेश की टीम में चयनित हाेने के बाद वह मध्य प्रदेश जबलपुर में होने वाली राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेगा।
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 8 मिनट की शॉर्ट फिल्म “यगौल बडि” चुनी गई
दुनियाभर में अपनी ख़ास पहचान रखने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 8 मिनट की शॉर्ट फिल्म “यगौल बडि” चुनी गई है। आपको बता दें, यह शॉर्ट फिल्म नैनीताल जिले के लालकुआं तहसील के बिंदुखत्ता गांव में रहने वाले युवा फोटोग्रफर हरेंद्र रावत द्वारा डायरेक्ट की गई है। बिंदुखत्ता के गांधीनगर खलियान क्षेत्र के रहने वाले हरेंद्र रावत को बचपन से ही फोटोग्राफी का शौक रहा है। फोटो क्लिक करने के लिए हरेंद्र पहाड़ों में घूमने जाते हैं। इसके चलते ही वो सिनेमाग्राफी और फोटोग्राफी का सुंदर चित्रण करते हैं। इससे पूर्व उत्तराखण्ड सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा फोटोग्राफी प्रतियोगिता में वह प्रथम पुरस्कार जीत चुके हैं। हरेंद्र रावत ने बताया कि उनकी 8 मिनट की शॉर्ट फिल्म “यगौल बडि” इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए चुनी गई है जो की 22 सितंबर को देहरादून में दिखाई जाएगी।
बताते चलें इस शॉर्ट फिल्म “यगौल बडि” में पलायन से खाली होते घर में एक अकेले बूढ़े इंसान को दिखाया है जो सारा काम स्वयं करता है। इस शॉर्ट फिल्म की शूटिंग चमोली जिले के देवाल ब्लॉक के हरनी गांव में की गई है जिसका निर्देशन और कैमरा दोनों ही हरेंद्र रावत ने किया है। यह 8 मिनट की साइलेंट फिल्म है जिसमें कोई डायलॉग नहीं, लेकिन यह अपने दृश्य से ही बहुत कुछ कहती है। अब तो इंटरनेशनल फेस्टिवल के शुरू होने का इंतजार है, जहां दुनिया भर से पहुंचे लोग हरेंद्र की फिल्म को देखेंगे।
इंग्लैंड की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में उत्तराखण्ड की शिवांगी का हुआ चयन
उत्तराखण्ड की बेटियां परिवार हों या समाज या फ़िर देश के लिए अच्छी नौकरी पाकर फतेह हासिल कर हर जगह अपनी मेहनत से कीर्तिमान रचती है। तो वहीं, अपनी मेहनत के दम पर आने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनती है। इसी क्रम में अब अल्मोड़ा निवासी शिवांगी वर्मा का चयन इंग्लैंड की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में मास्टर्स कोर्स के लिए हो गया है। अब शिवांगी वर्मा इंग्लैंड से मास्टर्स इन माल्यूक्लूलर माइक्रोबायोलॉजी से मास्टर करेंगी।
आपको बता दें, कि इससे पहले शिवांगी वर्मा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएससी लाइफ साइंस की पढ़ाई की और प्रथम श्रेणी हासिल की है। इसके बाद उन्होंने कुमाऊं विवि से बायोटेक्नालाजी में प्रथम श्रेणी हासिल की है। वहीं, इस साल फरवरी से जून तक चली चयन प्रक्रिया में सफल रहने के बाद शिवांशी को इंग्लैंड की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में एंट्री मिली है। वहीं, शिवांशी का परिवार ऑफिसर्स कॉलोनी में रहता है। उनके पिता टीके वर्मा एलआईसी के सेवानिवृत्त विकास अधिकारी हैं। जबकि मां कविता वर्मा गृहणी है।
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