उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के युवा आज हर जगह, हर क्षेत्र में उच्च पदों में काबिज है। राजनीति हो या सेना में भर्ती होना, खेल, हो या साहित्य, कला, या फिर फिल्मी दुनिया में अपने अभिनय से मुकाम हासिल करना या फिल्म बनाना, हर क्षेत्र में उत्तराखण्ड के युवा आगे आकर नाम रोशन कर रहे हैं। इसी क्रम में अब नैनीताल जिले की बेटी दिवा साह ने देवभूमि का मान बढ़ाया है।
आपको बता दें, दिवा साह की फिचर फिल्म को स्पेन के सैन सेबेस्टियन इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में नए निदेशक(न्यू डायरेक्टर)की श्रेणी में कुटजाबैंक अवार्ड मिला है। सैन सैबेस्टियन फ़िल्म फेस्टिवल में भारत की किसी भी फिल्म को मिलने वाला ये पहला अवॉर्ड है। इस फीचर फ़िल्म को भारत की तरफ से प्रतिष्ठित फ़िल्म फैसस्टिवल में भाग लेने के लिए भेजा गया था। इस फैसस्टिवल में मीरा नय्यर की ‘सलाम बॉम्बे’, सत्यजीत रे की ‘चारुलता’, मृणाल सेन की ‘अंतरिम’ और रीमा दास की ‘विलेज रॉकस्टार’का नाम प्रमुखता से रहा। वर्ष 1953 में सैन सैबेस्टियन फ़िल्म फेस्टिवल की स्थापना के बाद से सिनेमा जगत के यहां कई बड़े अंतराष्ट्रीय कार्यक्रमों का आयोजन हो चुका है। यह पहली बार है कि 71वें सैन सेबेस्टियन इंटरनेशनल फ़िल्म फैसस्टिवल में दिवा साह की फिचर फिल्म को प्रतिष्ठित कुटजाबैंक अवार्ड(न्यू डायरेक्टर्स)श्रेणी में मिला है, जिससे उन्होंने ये अवार्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। विशेष सिंह शेरावत की हरध्यान फिल्म्स द्वारा निर्मित इस फ़िल्म का वर्ल्ड प्रीमियर 23 सितंबर को स्पेन में हुआ था।
बताते चलें कि, नैनीताल की दिवा ने ‘बहादुर दा ब्रेव’ नाम की फीचर फिल्म बनाई है। फ़िल्म भारत में कोविड-19 महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन पर आधारित है। फिल्म में दिवा ने नेपाल के दो लोगों का जिक्र किया है, जो कोरोना के दौरान भारत में फंंस गए थे। वहीं, बीते शनिवार रात को मिले इस सम्मान से पूरे नैनीताल में खुशी का माहौल है। दिवा साह के पिता नैनीताल निवासी राजेश साह, फ़िल्म निर्देशन का एक जाना माना नाम है। जो फ़िल्म निर्देशन के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। दिवा की मां शालिनी साह समाजसेवी गृहणी हैं। दिवा साह ने स्कूली शिक्षा नैनीताल से ही हासिल की। उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई नैनीताल के आल सेंटस कॉलेज, इंटर की पढ़ाई देहरादून के समर वैली स्कूल, इंग्लिश ऑनर्स दिल्ली के गार्गी कॉलेज और यू.के.की दुरहम यूनिवर्सिटी से क्रिएटिव राइटिंग की डिग्री हासिल की है।
उत्तराखण्ड महिला अंडर-19 में कल्पना वर्मा का चयन
उत्तराखण्ड की युवा पीढ़ी अब हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है। क्रिकेट की दुनिया में भी उत्तराखण्ड के पुरुष और महिला क्रिकेटरों ने अपना बोलबाला शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब पंतनगर की कल्पना वर्मा का उत्तराखण्ड अंडर-19 वनडे टीम में चयन हुआ है। कल्पना अमृति देवी क्रिकेट एकेडमी में अभ्यास करती हैं। उनके चयन पर कोच ने खुशी व्यक्त की है।
बता दें, उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य बना, जहां क्रिकेट संघ ने महिला टी-20 क्रिकेट लीग का आयोजन कराया। ये सभी मुकाबले देहरादून के अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी में खेले गए थे। उत्तराखण्ड के गवर्निंग काउंसलिंग के सदस्य उमेश चंद्र जोशी ने जानकारी दी कि टीम आठ अक्तूबर से 16 अक्तूबर तक मध्य प्रदेश में एक दिवसीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे। इस टीम की कमान हरिद्वार की बेटी कनक टूपरनियां (कप्तान) को सौंपी गई है। इसके अलावा साक्षी जोशी, दीपिका चंद, वंशिका भंडारी, नंदिनी शर्मा, कल्पना वर्मा, वैशाली तुलेरा, करीना, भूमि उमर, अर्चिता, जैसल ठाकुर, प्रिया राज, रुद्रा शर्मा, करूणा सेठी और तनीषा खत्त्री को टीम में शामिल है।
49 वाइब्रेंट विलेज में बनेंगे हाट बाजार, खुलेगी रोजगार की राह, 510 योजनाएं हुई स्वीकृत
उत्तराखंड के 49 वाइब्रेंट विलेज में हाट बाजार बनेंगे। युवाओं के लिए रोजगार की राह खुलेगी। पलायन रोकने के लिए विकास किया जाएगा। इन गांवों में 18 विभागों ने 758 करोड़ की 510 योजनाएं बनाई गईं हैं, जिन पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुहर लगी है। अब केंद्र को इनके प्रस्ताव भेजे जाएंगे। वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत उत्तराखंड के तीन जिलों पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी के 49 वाइब्रेंट विलेज चुने गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर गृह मंत्रालय ने इन गांवों में पलायन रोकने, विकास करने के लिए प्रक्रिया शुरू की। इसके तहत प्रदेश में 758 करोड़ की 510 योजनाएं स्वीकृत हुई हैं। ये योजनाएं 18 विभागों ने मिलकर बनाई हैं।
इस 758 करोड़ में से 118 करोड़ का बजट केंद्र पोषित योजनाओं के तहत मिलेगा। 53 करोड़ रुपये का बजट राज्य के स्तर से मिलेगा। 586 करोड़ का बजट केंद्र की वाइब्रेंट विलेज योजना के अंतर्गत मिलेगा। इसमें आर्थिकी विकास-आजीविकास बढ़ाने, ऊर्जा व नवीकरण ऊर्जा, हाउसिंग व विलेज इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन, सड़क, कौशल विकास, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती प्रमुख हैं। वाइब्रेंट विलेज में वूलन हैंडिक्राफ्ट, पॉल्ट्री फार्म, भेड़ पालन, दुग्ध एकत्रीकरण केंद्र, मछली पालन, फूड प्रॉसेसिंग सेंटर के अलावा हाट बाजार भी बनाए जाएंगे। वाइब्रेंट विलेज से पर्यटन बढ़ने के मद्देनजर मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने सभी गांवों के लिए टूरिस्ट गाइड तैयार करने को कहा है। वहां की सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण होगा। संस्कृति कर्मियों को विशेष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
पीएम आवास योजना के तहत उनके आवास बनाने के लिए केंद्र से नियमों में छूट की मांग की गई है। एनएचएम के तहत स्वास्थ्य उपकेंद्रों के साथ ही कर्मियों के आवास भी बनेंगे, जिनमें रोस्टर में कर्मचारी ड्यूटी करेंगे। वाइब्रेंट विलेज के प्रस्ताव बैठक में रखे गए थे, जिनमें से कुछ में सप्ताहभर में संशोधन होना है। इसके बाद केंद्र को भेजे जाएंगे। इसी हिसाब से वहां विकास कार्य होंगे।