उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड परिवहन निगम की कोटद्वार डिपो की बसें अब बिजनौर जिले के एक अनुबंधित ढाबे पर नहीं रुकेंगी। आपको बता दें, कि बिजनौर जिले के अनुबंधित इस ढाबे से अव्यवस्थाओं और दुर्व्यवहार के साथ ही खाने के मनमाने पैसे वसूलने की शिकायतें लगातार प्रशासन को मिल रही थी। इसके साथ ही जहरखुरानी का शिकार हुए व्यक्ति भी इसी ढाबे के आस-पास शिकार होना बताते हैं। जिसे देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए मुख्यालय देहरादून की और से बिजनौर जिले के अनुबंधित ढाबे पर उत्तराखण्ड परिवहन विभाग की बसों के न रुकने के आदेश जारी किये गए हैं।
इस संबंध में कोटद्वार डिपो के सहायक महाप्रबंधक राकेश कुमार ने बताया की मंडल प्रबंधक से शिकायत करने पर इस ढाबे का अनुबंध खत्म कर दिया गया है। बस चालक पंकज कुमार रवि ने विभाग के इस कदम की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि इस कदम से यात्रियों के पैसे बर्बाद होने से बचेंगे।
स्कूल के परिसर में घुसा गुलदार, शिक्षिका ने दिखाई हिम्मत, बच्चों को किया सुरक्षित
उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के पहाड़ी इलाकों में गुलदार का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। गुलदार जंगलों से निकलकर आबादी वाले क्षेत्रों में दस्तक देकर बच्चों-बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहे हैं, लेकिन लोगों को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इसी क्रम में अब ख़बर हरिद्वार से सामने आ रही है। जहां भेल क्षेत्र स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय सेक्टर एक स्कूल के परिसर में गुलदार देखने को मिला है।
बताया जा रहा है कि इस दौरान स्कूल में लगभग 60 से 65 छात्र-छात्रा मौजूद थे। वहीं, इस स्कूल में 80 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। गनीमत रही कि परिसर में गुलदार दिखते ही क्लास में मौजूद छात्र-छात्राओं ने हल्ला मचा दिया। जिसका शोर सुनकर सुन कर शिक्षिका सुनीता रानी ने साहसिक तरीके से सभी कक्षाओं के दरवाजे बंद कर दिए और स्कूल की प्रधानाध्यापिका माहेश्वरी शाह और शिक्षिका सुनीता रानी ने वन विभाग की टीम को इसकी जानकारी दी। वहीं, कुछ ही देर में वन विभाग की टीम, रानीपुर कोतवाली से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। हालांकि टीम के पहुंचने तक मादा गुलदार जा चुकी थी। आसपास के लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले भी क्षेत्र में गुलदार देखा गया था।