उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहें हैं। जगह-जगह सड़क हादसे हो रहे हैं। सड़क हादसों की कड़ी में एक और हादसा जुड़ गया है। बता दें, अल्मोड़ा जिले में छात्रों को लेकर जा रही कार गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में शिक्षक समेत 8 लोग घायल हुए हैं। घायलों में एक की हालत नाजुक बनी हुई है। गंभीर रूप से घायल बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि आज एक कार के गहरी खाई में गिरने की सूचना मिली थी। पुलिस टाटिक रोड पर पहुंची तो हादसे में घायल बच्चे दर्द से तड़प रहे थे। जिसके बाद पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों की सहायता से सभी घायलों को खाई से निकालकर सकुशल रेस्क्यू करते हुए उपचार हेतु एम्बुलेंस व प्राईवेट वाहनों से बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा पहुंचाया। जहाँ सभी घायलों का उपचार चल रहा है। वहीं, एक बच्चे को इलाज के लिए आईसीयू में एडमिट किया गया है।
बताया जा रहा है कि, हादसे के वक्त राजकीय प्राथमिक विद्यालय मैथानी के अध्यापक प्रकाश चंद जोशी अपनी निजी कार से स्कूल के 7 बच्चों को लेकर खैरदा पौधार गांव जा रहे थे। बच्चों को खेलकूद प्रतियोगिता में हिस्सा लेना था। तभी टाटिक के पास वाहन हादसे का शिकार हो गया। हादसे में शिक्षक प्रकाश चंद जोशी और छात्र पीयूष पलानी, दक्ष नैनवाल, मयंक पाली, दीपांशु आर्य, आयुष आर्य, नेहा आर्य व लीला आर्य घायल हुए हैं। घायलों में एक छात्र की हालत गंभीर है। हादसे की वजह का पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
देवभूमि उत्तराखण्ड में रूस के तीन जोड़ो ने हिन्दू परंपरा से किया विवाह
विदेशी कल्चर और नई-नई परंपराओं के साथ होने वाली हाई प्रोफाइल शादियां तो आपने बहुत देखी होंगी, लेकिन आज हम आपको तीन रशियन जोड़ों की हिंदू रीति रिवाज से वाली शादी के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां रूस के रहने वाले तीन जोड़ों को भारतीय परंपरा इतनी भा गई कि उन्होंने हरिद्वार के एक आश्रम में हिंदू विधि विधान से शादी रचा ली।
देसी बैंड पर बजती देसी धुने और उस पर थिरकती विदेशी युवतियों को देखकर आपको ऐसा लगेगा कि यहां कोई म्यूजिकल प्रोग्राम हो रहा है, लेकिन ये नजारा तीन रूसी जोड़ों की हिंदू रीति रिवाज वाली शादी का है। धर्मनगरी हरिद्वार में अखंड परमधाम आश्रम के आंगन में उस समय नजारा बेहद खास हो गया जब यहां रूस के नागरिकों की शादी वैदिक तौर तरीके से संपन्न हुई। अखंड परमधाम आश्रम के अध्यक्ष और वरिष्ठ संत स्वामी परमानंद गिरि के विदेश में कई अनुयाई है, इन विदेशी अनुयायियों का हरिद्वार स्थित आश्रम में भी आना-जाना लगा रहता है। कुछ दिनों पहले रूस के 50 नागरिकों का दल आध्यात्मिक यात्रा पर हरिद्वार पहुंचा था। इन सभी ने यहां पर योग और ध्यान कर भारतीय संस्कृति को जाना। भारतीय संस्कृति से रूबरू होकर रूसी दल के तीन जोडे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने हिंदू रीति रिवाज से शादी करने की ठान ली।
वरिष्ठ संत स्वामी परमानंद गिरि के मुताबिक भारत की परिवार व्यवस्था से प्रभावित होकर रूसी नागरिक भारतीय ढंग से शादी कर रहे हैं। हरिद्वार के आश्रम में हुई रूसी नागरिकों की शादी महज औपचारिकता नहीं रही, बल्कि यहां सभी रीति रिवाजों का पालन किया गया। पारंपरिक दूल्हों वाली लाल शेरवानी और पगड़ी पहन कर सजे तीनों दूल्हों की बारात निकाली गई। जिसमें उनके साथियों ने भारतीय धुनों पर जमकर डांस किया। रूसी दूल्हों की बारात में रूसी नागरिकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। उसके बाद दूल्हा और दुल्हन ने भगवान के मंदिर में आशीर्वाद लिया और स्टेज पर चढ़कर एक दूसरे को वरमाला पहनाई। इतना ही नहीं रूसी जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे भी लिए और जीवन भर एक दूसरे के साथ रहने का वचन दिया।
अक्सर देखने को मिलता है कि भारतीय युवा पश्चिमी संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहे हैं। वहीं विदेशी भारतीय रीति रिवाज को अपना रहे हैं। वहीं इन विदेशी जोड़ों द्वारा हिंदू रीति रिवाज से की गई शादी भारतीय युवाओं के लिए एक मिसाल कही जा सकती है। इस दौरान स्वामी परमानंद गिरी जी ने कहा कि 'हमारी ओर से इतना ही है कि पति-पत्नी रोज न बदलते रहें, भारतीय संस्कृति के अनुसार विवाह करके रहें, इनको उससे प्रेरणा मिली है, पहले भी किया है अब लोग और बढ़ गए हैं, जो भी दिल से चाहा जाता है पूरा होता है, ये लोग बड़ी श्रृद्धा रख रहे हैं और भारतीय ढंग से शादी कर रहे हैं, यहां हर साल ध्यान सीखने आते हैं, आध्यात्म के परवचन सुनने आते हैं और भारतीय परंपराओं को प्रेम करते हुए विश्वास करते हैं।