उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले की दुखद ख़बर सुनने को मिल रही है। वहीं अब ख़बर है कि तहसील मुख्यालय के निकटवर्ती सात गांवों में विगत 20 दिनों से भालू की दहशत बनी हुई है। बताया जा रहा है कि स्थिति यह है कि सुबह से ही भालू रास्ते में धमक रहा है, जिससे यहां बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं।
वहीं ग्रामीण भी रोजमर्रा के कार्यों के लिए कांडी बाजार आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से उन्हें भालू की दहशत से निजात दिलाने की मांग उठाई है। बता दें, वर्तमान में ग्राम सभा ढुंगा में 50 परिवार रहते हैं।
जहां गांव से कांडी की दूरी लगभग पांच किमी. है और ग्रामीण कांडी बाजार तक पांच किमी. पैदल आवाजाही करते हैं। वहीं, भालू की दहशत के कारण सभी सहमे है। इसके साथ ही बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। जिस से स्कूली बच्चे व ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।