उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले की बेटी काजल चौधरी को मानव अधिकार आयोग मिशन की जिला कानून विधि सचिव नियुक्त किया हैं। उनकी इस सफलता से परिजन समेत क्षेत्र में ख़ुशी का माहौल है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरूजनों, परिवारजनों और मित्रों को दिया हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये सभी लोग मेरे जीवन में नहीं होते तो आज में इस काबिल नहीं हो पाती।
बता दें, मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली के मुख्य संरक्षक, पूर्व राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधीश केजी बालाकॄष्णन के आदेशानुसार काजल चौधरी को मानव अधिकार आयोग मिशन की जिला कानून विधि सचिव नियुक्त किया हैं। वहीं, काजल चौधरी एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ ही एक कवियत्री और लेखिका भी है। काजल चौधरी पेशे से एक स्वतंत्र पत्रकार रह चुकी हैं। इस से पहले इन्होंने उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, जयपुर, बिहार, दिल्ली, इलाहाबाद, लखनऊ के कई न्यूज चैनल्स और पत्र–पत्रिकाओं में बतौर स्वतंत्र पत्रकार भी काम किया है। काजल बिहार, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश के मुख्य राजनीतिक दलों में रह कर मुख्य सलाहकार का दायित्व भी निभा चुकी हैं। काजल चौधरी भविष्य में एक सफल आईएएस अधिकारी बनना चाहती हैं।
उत्तराखण्ड : कोटद्वार के तरुण बिष्ट बनें ITBP में असिस्टेंट कमांडेंट
उत्तर नारी डेस्क
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल को 27 नए युवा अधिकारी मिल गए हैं। बीते सोमवार को मसूरी में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया था। जहां एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद परेड में अंतिम पग भरते ही ये अधिकारी आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हुए। इसी क्रम में उत्तराखण्ड से भी 02 प्रशिक्षणार्थी ITBP में शामिल हुए। जिनमें से एक कोटद्वार के सिताबुर निवासी तरुण बिष्ट रहे, जो TBP में अस्सिटेंट कमांडेंट बने है। उनकी इस सफलता से परिवार सहित पूरे क्षेत्र में ख़ुशी का माहौल है। तरुण बिष्ट के पिता यशवंत सिंह और माता मंजू देवी ने बेटे के अधिकारी बनने पर ख़ुशी जताई है। वहीं, सहायक सेनानी जीडी तरुण बिष्ट को सॉर्ड ऑफ ऑनर फॉर बेस्ट ऑल राउंड ट्रेनी और बेस्ट आउट डोर ट्रेनी से भी सम्मानित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं बल के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन युवा अधिकारियों के कंधो पर सितारे सजा कर उनका उत्साहवर्धन किया तथा उनके उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी। यह समारोह भारत तिब्बत सीमा पुलिस के बैंड डिस्पले के साथ संपन्न हुआ। पासिंग आउट परेड में बतौर मुख्य अतिथि अनीश दयाल सिंह, भारतीय पुलिस सेवा, महानिदेशक, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल ने अपने संबोधन में पास आउट होने वाले सभी अधिकारियों को बल की मुख्य धारा में शामिल होने पर बधाई देते हुए इस बल में उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
बता दें कि एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 14 सहायक सेनानी, जीडी व छह माह प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 12 सहायक सेनानी/ चिकित्सा, एक सहायक सेनानी/ वैट, तीन महिला सहायक सेनानी/ चिकित्सा, बल की मुख्य धारा में शामिल हुए। इन अधिकारियों को युद्ध कौशल, शस्त्र चालन, शारीरिक प्रशिक्षण, आसूचना, मानचित्र अध्ययन, सैन्य प्रशासन, कानून व मानव अधिकार जैसे सैन्य व पुलिस संबंधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया।
वहीं, 28वें सहायक सेनानी / जीडी आधार कोर्स के श्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थी सहायक सेनानी जीडी तरुण बिष्ट को सोर्ड ऑफ ऑनर फॉर बेस्ट ऑलराउंडर ट्रेनी और बेस्ट आउटडोर ट्रेनी, सहायक सेनानी जीडी अरविन कुमार एम बेस्ट इन इनडोर ट्रेनी ,सहायक सैनानी जीडी हिमांशु पलारिया बेस्ट स्पोर्ट्स पर्सन ट्रेनी व 53वें जीओ कम्बैटाईजेशन कोर्स के श्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थी में सहायक सेनानी एम०ओ० सागर बालू कुमार ओफलकर आल राउण्ड बेस्ट ट्रेनी बेस्ट इन आउटडोर और सहायक सेनानी एमओ रिशू रंजन बेस्ट इन इनडोर ट्रेनी अवार्ड से सम्मानित किया गया।