उत्तर नारी डेस्क
कहते हैं कि अभिभावक काबिल है तो निःसंदेह परिवार भी काबिल बनेगा। एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस भी उक्त किवदंती को सही साबित कर रही है। ताजा मामला बीते 9 नवम्बर को चंडी देवी मंदिर पैदल मार्ग के किनारे जंगल में पड़ी युवती की लावारिस लाश से जुड़ा है। महिला संबंधी अपराधों के प्रति अति गंभीर एसएसपी अपनी टीम के साथ खुद मौके पर पहुंचे और मातहतों को ब्रीफ करते हुए आवश्यक टिप्स दिए।
अज्ञात शव का अभिभावक बन हरिद्वार पुलिस ने खुद अज्ञात महिला का अन्तिम संस्कार किया और महिला को न्याय दिलाने के लिए खुद वादी बनते हुए अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
मामले में दिलचस्प और उलझन भरी बात ये भी थी कि घटनास्थल जंगल होने के कारण सबूत जुटाना बेहद मुश्किल साबित हो रहा था। घटनास्थल के एंट्रीगेट प्वाइंट पर फोकस करते हुए प्रकाश में आ रहे हर पहलु का बारीकी से विश्लेषण कर शव की पहचान और हत्या के खुलासे के लिए जुटी पुलिस टीम ने दिन-रात कड़ी मेहनत कर 3000 से अधिक लोगों से पूछताछ, 800 से अधिक C.C.T.V. कैमरा फुटेज खंगाले और कड़ी मेहनत के फलस्वरूप मृतका के हत्याभियुक्त पति/प्रेमी तक पहुंची।
कई दिनों तक योजनाबद्ध तरीके से हरिद्वार पुलिस द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया की उक्त प्रसंग दोस्ती, प्रेम, विवाह और धोखे से जुड़ा हुआ था। शादी के बाद रिश्तेदारी का बहाना बनाकर गायब हुई उक्त मृतका/पत्नी के किसी और युवक के साथ रहने की जानकारी मिलने पर आरोपी मृतका को मनाकर अपने साथ ले आया लेकिन रोज होते झगड़ों के सिलसिले को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए हत्या की योजना बना दी।
उक्त योजना को मूर्त रूप देते हुए अभियुक्त अपनी पत्नी की हत्या कर चुपके से फरार होने में भी कामयाब हो चुका था लेकिन हत्यारे के समाज के बीच छुपके रहने के मंसूबों पर पानी फेरते हुए हरिद्वार पुलिस ने उसे सलाखों के पीछे भेजने में सफलता हासिल की।
हत्यारा अभियुक्त-
अजय पुत्र राजवीर निवासी सुंदरपुर थाना हजरतपुर, जिला बंदायु उत्तर प्रदेश