उत्तर नारी डेस्क
धनतेरस और दीपावली को देखते हुए पुलिस ने शहर के बाजारों में सुरक्षा बढ़ाई है। इसके तहत यातायात नियंत्रण के प्रबंध पुख्ता करने के साथ चोरी या छीनाझपटी जैसी घटनाएं न हो, अतिरिक्त पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई है।
बता दें, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे द्वारा धनतेरस पर्व के दृष्टिगत समस्त थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत भ्रमणशील रहने हेतु निर्देशित किया गया है जिससे आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और आमजन अपने आप को सुरक्षित महसूस करे। जिसके क्रम में पौड़ी पुलिस धनतेरस पर्व के दृष्टिगत लगातार मुस्तैदी से ड्यूटी कर रही है, बाजारों में पुलिस टीमों द्वारा लगातार गश्त व पिकेट ड्यूटी की जा रही है। इसके साथ ही शहरों की सीसीटीवी कैमरों द्वारा भी कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है।
कोटद्वार : दीपावली के लिए डायवर्ट रहेगा रूट, घर से निकलने से पहले देख लें रूट प्लान
9 नवंबर को थाना कोटद्वार पर क्षेत्राधिकारी कोटद्वार द्वारा आगामी दीपावली पर्व के परिपेक्ष्य में जनता के सम्भ्रान्त व्यक्तियों/ व्यापार मण्डल के पदाधिकारी / बस- टैक्सी स्टैण्ड के पदाधिकारी व अन्य लोगों की मीटिंग आयोजित की गयी जिसमें आगामी दीपावली त्यौहारी को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतु आपसी विचार-विमर्श किया गया व 10 नवंबर से 13 नवंबर तक दीपावली के त्यौहार पर कोटद्वार शहर में यातायात व्यवस्था को देखते हुये शहर का डायवर्जन प्लान निम्न प्रकार तैयार किया जाता है:-
1- कौड़िया की तरफ से दुगड्डा की ओर जाने वाले भारी वाहन बालासौड़ तिराहा से देवी मंदिर की तरफ डायवर्ट किये जायेंगे, जो घराट रोड व डिग्री कॉलेज रोड से होते हुए जायेंगे।
2- कौडिया की तरफ से शहर में प्रवेश करने वाले सभी बड़े वाहन अत्यधिक भीड़ होने की दशा में बालासौड़ तिराहे से आगे नहीं आने दिये जायेगे।
3- यदि नजीबाबाद चौक पर यातायात का अधिक दबाव होता है तो ऐसी स्थिति में सभी UP रोडवेज बसो को कौड़िया पर ही रोक दिया जायेगा।
4- पौड़ी मार्ग से आने वाले भारी वाहनों को बुद्धा पार्क से डिग्री कॉलेज वाली रोड की तरफ ही डायवर्ट किया जायेगा, हल्के वाहनों जैसे कार, मो० सा०, स्कूटर इत्यादि को शहर की तरफ भेजकर पुराना RTO तिराहा से पटेल मार्ग की तरफ डायवर्ट किया जायेगा।
5- गाडीघाट से आने वाले वाहन बस अड्डे की तरफ भी जा सकेंगे।
6- यातायात का दबाव बढ़ने पर रूट डायवर्ट में जो जनता के हित में हो तथा उन्हें किसी भी प्रकार के आवागमन की समस्या न हो आदि परिस्थितियों को देखकर अतिरिक्त बदलाव भी किया जा सकता है।