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कल है धनतेरस, जाने क्या खरीदना होगा शुभ

उत्तर नारी डेस्क 

धनतेरस त्यौहार हिन्दू मान्यताओं में धन्वंतरि जयंती के नाम से जाना जाता है। धनतेरस हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष धनतेरस 10 नवंबर को है। दिवाली के एक दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। पांच दिनों तक चलने वाले दिवाली महापर्व में धनतेरस सबसे पहले मनाया जाता है। और दिवाली का त्यौहार धनतेरस से शुरु होकर भाई दूज पर समाप्त होता है। इस दिन भगवान धनवंतरी, कुबेर की पूजा की जाती है.  और कुछ नया खरीदने की परम्परा होती है ख़ास तौर पर पीतल या सोना चांदी। और इसी दिन रात में यम दीप भी जलाया जाता है। यह दीपक यमराज के लिए जलाया जाता है। ऐसी मान्यता है, यम दीपक जलाने से यमराज खुश होते है और परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करते है।

हिंदू पौराणिक मान्यता के अनुसार धनतेरस की तिथि पर भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था। जोकि समुद्र मंथन के दौरान ही अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद और अच्छी सेहत के देवता के रूप में भी पूजा जाता है। दिवाली पर धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य और अच्छी सेहत की प्राप्ति होती है। साथ ही धनतेरस पर खरीदारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है।  ऐसे में चलिए जानते हैं इस साल धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त, महत्व और इस दिन क्या खरीदें क्या नहीं... 


धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त 
धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना अच्छा माना जाता है। पंचांग के अनुसार धनतेरस के दिन यानी 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 11 नवंबर की सुबह तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है। 

धनतेरस लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
धनतेरस के पावन पर्व पर भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है। धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर, शुक्रवार को शाम 05 बजकर 47 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।

धनतेरस पर क्या खरीदें?
- धनतेरस के दिन सोना-चांदी के अलावा बर्तन, वाहन और कुबेर यंत्र खरीदना शुभ होता है। 
- इसके अलावा झाड़ू खरीदना भी अच्छा माना जाता है। मान्यता है इस दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी मेहरबान रहती हैं।
- वहीं यदि धनतेरस के दिन आप कोई कीमती वस्तु नहीं खरीद पा रहे हैं तो साबुत धनिया जरूर घर ले आएं। 
- मान्यता है इससे धन की कभी कमी नहीं होती है। इसके अलावा आप गोमती चक्र भी खरीद सकते हैं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

धनतेरस पर क्या नहीं खरीदें?
- धनतेरस के दिन चाकू और कैंची जैसी नुकीली चीजें खरीदने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ये चीजें परिवार के लिए बैड लक लाती हैं।

- धनतेरस के दिन कई लोग स्टील के बर्तन खरीदते हैं। हालांकि धनतेरस पर स्टील न खरीदने की सलाह दी जाती है। इसकी जगह आप तांबे या कांस की चीजें खरीद सकते हैं।

- धनतेरस के दिन लोहे के बर्तन या लोहे से बनी चीजें खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। कहते हैं कि लोहा खरीदने से धन के देवता भगवान कुबेर नाराज हो जाते हैं।

- धनतेरस के दिन कांच के बर्तन या कांच से बनी चीजें खरीदना भी अशुभ होता है, क्योंकि कांच की चीजें राहु से संबंधित होती हैं।

- धनतेरस के दौरान एल्युमिनियम और प्लास्टिक से बनी चीजों को खरीदने से भी बचना चाहिए। इसके बजाय किसी धातु से बनी चीजें खरीदें।

- धनतेरस के दिन तेल या घी खरीदना अशुभ माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति को इसकी जरूरत हो तो एक दिन पहले या एक दिन बाद खरीदें।

- धनतेरस के दिन सोना खरीदना शुभ होता है लेकिन इस दिन नकली सोने की ज्वैलरी, सिक्के और अन्य चीजें नहीं खरीदनी चाहिए।

- इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि मार्केट से खरीदे बर्तन को धनतेरस के दिन घर लाने से पहले उसमें पानी या अनाज जरूर डाल लें।

धनतेरस पर ऐसे करें पूजन 
धनतेरस की शाम को उत्तर दिशा में कुबेर, धनवंतरि और माता लक्ष्मी की पूजा करें। घर के पुराने और नए आभूषणों व बर्तन को एक बड़ी थाल में सजाकर उस पर रोली, अक्षत, पुष्प चढ़ाएं। उसके बाद घी का दीपक जलाएं। कुबेर को सफेद, भगवान धनवंतरि को पीला मिष्ठान अर्पित करें। इसके बाद 'ओम ह्रीं कुबेराय नम:' मंत्र का जाप करें। फिर धनवंतरि स्तोत्र का पाठ करें। इसके बाद भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करें। 

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