उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की बेटियां आज अपनी प्रतिभा के दम पर चारों ओर छाई हुई है। शिक्षा के क्षेत्र से लेकर खेल के मैदान तक, गीत-संगीत की दुनिया से लेकर नृत्य के रंगमंच तक, यहां तक कि छोटे पर्दे के टेलीविजन धारावाहिकों से लेकर फिल्मों के पर्दे तक हर चुनौती से लड़ते हुए देवभूमि उत्तराखण्ड की बेटियां अपना परचम लहरा रही है। आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां देवभूमि उत्तराखण्ड की बेटियों ने अपनी काबिलियत के दम पर सफलता हासिल न की हो।
इसी क्रम में अब नैनीताल जिले के हल्द्वानी में रहने वाली बेटी रानू कनवाल का चयन हाल ही में वन दरोगा, कार्यालय प्रभागीय वनाधिकारी, अल्मोड़ा वन प्रभाग के लिए हो गया है।
बताते चले कि रानू ने अपनी पढ़ाई हल्द्वानी में एसकेएम स्कूल से की है। रानू के पिता का नाम त्रिलोक सिंह कनवाल है जबकि उनकी माता का नाम दीपा कनवाल है। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल ,है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
उत्तराखण्ड : यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित हुई स्वाति जोशी
उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के युवा आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं हैं जहां उत्तराखण्ड के युवाओं ने अपनी सफलता से परचम न लहराया हो। इन्हीं में से एक है हल्द्वानी की स्वाति, जिन्हें नेशनल यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। आपको बता दें, कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर की छात्रा स्वाति जोशी को पंतनगर में आयोजित थर्ड बायोटेक्नोलॉजी नक्लेव नैशनल कांफ्रेंस में नैशनल यंग साइंटिस्ट के अवार्ड से नवाजा गया है। उधम सिंह नगर जिले के हल्दी, पंतनगर में आयोजित एनिमल न्यूट्रीशनल एवम बायोटेक्नोलॉजी विषय पर हुए तीन दिवसीय नैशनल कांफ्रेंस में उत्कृष्ट अनुसंधान प्रेजेंटेशन देने पर स्वाति को यह पुरुस्कार मिला है।
बताते चलें कि स्वाति जोशी डीएसबी कैंपस कुमाऊं विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग की छात्रा है। उन्होंने महिला कॉलेज हल्द्वानी से अपनी बीएससी की है। स्वाति हल्द्वानी में तिकोनिया के समीप रहती हैं। बता दिया जाए, कि यह कार्यक्रम यूसीबी, हल्दी, सीवीएएससी और जीबी पंत द्वारा आयोजित कराया गया था, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. के.पी. सिंह, कुलपति, महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली; डॉ. मनमोहन चौहान कुलपति पंतनगर विश्वविद्यालय; डॉ. संजय शर्मा निदेशक उत्तराखण्ड काउंसिल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी; डॉ. लक्ष्मीकांत निदेशक आईसीएआर अल्मोडा; डॉ. संजय कुमार, अध्यक्ष, एएसआरबी, नई दिल्ली; डॉ. मनीष कुमार चैटली, निदेशक आईसीएआर-सीआईआरजी, मखदूम; डॉ. एन.एन. पाठक पूर्व निदेशक, सीआईआरबी, हिसार हरियाणा सहित अन्य वैज्ञानिक शामिल थे।