उत्तर नारी डेस्क
कोटद्वार के बलभद्रपुर स्थित आईएचएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटेलिटी मैनेजमेंट एंड साइंसेस (आईएचएमएस) के छात्र का प्रतिष्ठित पांच सितारा होटल में चयन हुआ है। जिससे अन्य छात्रों और संस्थान प्रबंधन ने खुशी का माहौल है।
बता दें, पांच सितारा होटल में चयनित छात्र राजन गुसाईं पुत्र बेलम सिंह गुसाईं कोटद्वार सिमलचौड़ निवासी है। वहीं, संस्थान के ईडी अजयराज नेगी ने बताया कि राजन गुसाईं ने वर्ष 2020 में आईएचएमएस में बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (बीएचएम) में प्रवेश लिया था। संस्थान में शिक्षा लेते हुए अंतिम चौथे वर्ष के दौरान संस्थान परिसर में गत 5 दिसंबर को इंटरव्यू हुआ था। इस दौरान कई दौर के इंटरव्यू के बाद राजन गुसाईं का चयन प्रतिष्ठित ऑबराय होटल ग्रुप की यूनिट ट्राइडेंट जयपुर पांच सितारा होटल में हुआ। यूनिट ट्राइडेंट जयपुर में गेस्ट सर्विस एसोसिएट के पद पर राजन गुसाईं का चयन हुआ है। 11 दिसंबर को राजन गुसाईं ने होटल में अपनी ज्वाइनिंग दे दी है। राजन गुसाईं के चयन से परिजनों में ख़ुशी की लहर है। उत्तर नारी की ओर से राजन गुसाईं को शुभकामनाएं।
उत्तराखण्ड : गीतिका चुफाल भारतीय वायुसेना में बनी फ्लाइंग ऑफिसर
उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की बेटियां आसमान की ऊंचाइयों को छू कर प्रदेश को गौरवान्वित कर रही हैं। सरकारी, गैर सरकारी तथा सैन्य क्षेत्र में भी राज्य की बेटियां पीछे नहीं है। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने ना केवल उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है बल्कि देश को भी गौरवान्वित किया है। हम बात कर रहे हैं ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा में रहने वाली गीतिका चुफाल की। जिनका चयन भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग अफसर के रूप में हुआ है। गीतिका चुफाल की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
बता दें, गीतिका चुफाल मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट तहसील क्षेत्र के सीणी गांव की रहने वाली हैं। गीतिका के पिता बलबीर सिंह चुफाल एक पूर्व सैनिक हैं, जबकि उनकी मां पुष्पा चुफाल एक कुशल गृहिणी हैं। गीतिका की इंटर तक की शिक्षा सर्राफ पब्लिक स्कूल से हुई। इंटर के बाद उन्होंने 2015- 19 तक आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल पूणे से बीटेक किया। इसके बाद एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज (एएफटीसी) बंगलुरु से ऐरोनोटिकल इंजीनियरिंग इलेक्ट्रानिक (एसीईई) शाखा से प्रशिक्षण प्राप्त किया। वर्ष 2019 से अप्रैल 2022 उड़ चलो निजी कंपनी में इंजीनियर के तौर पर कार्य किया। जून 2022 से दिसंबर 2022 तक हैदराबाद में प्रशिक्षण लिया। दिसंबर 2022 से 2023 तक एएफटीसी बंगलुरु में एसीईई शाखा प्रशिक्षण पास कर फ्लाइंग ऑफिसर बन गई हैं। वर्तमान में उनका परिवार ऊधमसिंहनगर के वार्ड नंबर-18, टीचर्स कॉलोनी में रहता है। गीतिका ने अपनी सफलता का श्रेय दादा भीम सिंह चुफाल, दादी चंद्रा चुफाल, पिता बलवीर सिंह चुफाल और माता पुष्पा चुफाल को दिया है।