उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में हादसे थमने का नाम नहीं ले रहें है। इसी क्रम में अब खबर पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रही है। जहां एक व्यक्ति की खाई में गिरकर मृत्यु हो गई है। बता दें, बीते दिन 20 दिसंबर को कोतवाली अस्कोट पुलिस को ग्राम प्रहरी चमडूंगरी ललित प्रसाद ने सूचना दी कि, ग्राम चमडूंगरी में एक व्यक्ति की खाई में गिरकर मृत्यु हो गई है। उक्त सूचना पर थाना अस्कोट से म0उ0नि0 मीनाक्षी देव व हमराही कर्म0 गण तुरन्त ग्राम चमडूंगरी पहुंचे तो मौके पर ग्राम चमडुंगरी व ग्राम कांणाधार के लोग मौजूद मिले। जिनसे उक्त व्यक्ति के सम्बंध में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि उक्त व्यक्ति हरीश सिंह पुत्र स्वर्गीय लाल सिंह उम्र करीब 36 वर्ष है, जो ग्राम कांणाधार पोस्ट छडनदेव थाना-कनालाछीना जनपद-पिथौरागढ का निवासी है, जो संविदा में बिजली लाइनमैन का कार्य करता था।
19 दिसंबर को उक्त व्यक्ति ग्राम चमडूंगरी आया था तथा समय करीब 13-30 बजे अपने घर के लिए रवाना हो गया था। उसके बाद से परिजन उसे ढूंढ रहे थे। 20 दिसंबर को लोगों ने मृतक हरीश सिंह को गोबारीगाड़ा झरने में पड़े हुए देखा था। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल पर जाकर देखा तो गोबारीगाड़ा झरने के नीचे तलहटी में मृतक का शव छाती के बल पड़ा था, मृतक के माथे, बायीं आंख, बायें गाल/ चेहरे/ मुंह में काफी चोटें थी तथा शव खून से लतपथ हो रखा था। मृतक के शरीर पर कपड़े पहने हुए थे तथा शव के पास में ही उसका बैग पड़ा हुआ था, जिसमें उसका बिजली के कार्य करने के उपकरण जैसे पेचकस, प्लास आदि बरामद हुए।
उक्त स्थान पालाग्रस्त है तथा अत्यधिक फिसलन वाला स्थान/ढलान है, मृतक के शरीर पर भी रगड़ के निशान है। पुलिस टीम द्वारा मृतक के शव को ग्रामीणों की मदद से खाई से निकाला गया एवं पंचायतनामा की कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ भिजवाया गया। घटनास्थल झरना करीब 30-35 मी ऊंचा है तथा सीधी खाई है उससे ऊपर पूरी तरह ढलान वाला स्थान है, काफी फिसलन एवं दुर्गम स्थल होने के कारण संभवतः झरने से ऊपर/ आसपास के रास्ते से फिसलकर, अधिक ऊंचाई से गिरने के कारण दुर्घटना में आई चोटों के कारण मृतक की मृत्यु हो जाना प्रतीत हो रहा है।