उत्तर नारी डेस्क
नैनीताल से खबर सामने आयी है। जहां शहर के एक होटल में रूके यात्री की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। जानकारी अनुसार, नैनीताल निवासी विपिन चंद्र तिवारी उम्र 45 वर्ष रुद्रपुर के एक होटल में 12 दिसंबर को रुके हुए थे। शुक्रवार सुबह जब होटल का कर्मचारी चाय लेकर यात्री के कमरे में गया, तो काफी देर तक आवाज देने के बाद भी जब यात्रा ने दरवाजा नहीं खुला। तो होटल कर्मी ने इसकी सूचना उसने होटल प्रबंधन को दी।
साथ ही सूचना पुलिस को भी दी गई। जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ा तो पाया गया कि कमरे के अंदर यात्री विपिन मृत पड़े थे। पुलिस ने मौके पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मृतक के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि चौकिंग के दौरान पुलिस को यात्री का आधार कार्ड, 1100 रुपये मिले थे। साथ ही यात्री विपिन के बीमार रहने की जानकारी भी मिली है। फ़िलहाल पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पायेगा।
उत्तराखण्ड : गीतिका चुफाल भारतीय वायुसेना में बनी फ्लाइंग ऑफिसर
उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की बेटियां आसमान की ऊंचाइयों को छू कर प्रदेश को गौरवान्वित कर रही हैं। सरकारी, गैर सरकारी तथा सैन्य क्षेत्र में भी राज्य की बेटियां पीछे नहीं है। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने ना केवल उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है बल्कि देश को भी गौरवान्वित किया है। हम बात कर रहे हैं ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा में रहने वाली गीतिका चुफाल की। जिनका चयन भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग अफसर के रूप में हुआ है। गीतिका चुफाल की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
बता दें, गीतिका चुफाल मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट तहसील क्षेत्र के सीणी गांव की रहने वाली हैं। गीतिका के पिता बलबीर सिंह चुफाल एक पूर्व सैनिक हैं, जबकि उनकी मां पुष्पा चुफाल एक कुशल गृहिणी हैं। गीतिका की इंटर तक की शिक्षा सर्राफ पब्लिक स्कूल से हुई। इंटर के बाद उन्होंने 2015- 19 तक आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल पूणे से बीटेक किया। इसके बाद एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज (एएफटीसी) बंगलुरु से ऐरोनोटिकल इंजीनियरिंग इलेक्ट्रानिक (एसीईई) शाखा से प्रशिक्षण प्राप्त किया। वर्ष 2019 से अप्रैल 2022 उड़ चलो निजी कंपनी में इंजीनियर के तौर पर कार्य किया। जून 2022 से दिसंबर 2022 तक हैदराबाद में प्रशिक्षण लिया। दिसंबर 2022 से 2023 तक एएफटीसी बंगलुरु में एसीईई शाखा प्रशिक्षण पास कर फ्लाइंग ऑफिसर बन गई हैं। वर्तमान में उनका परिवार ऊधमसिंहनगर के वार्ड नंबर-18, टीचर्स कॉलोनी में रहता है। गीतिका ने अपनी सफलता का श्रेय दादा भीम सिंह चुफाल, दादी चंद्रा चुफाल, पिता बलवीर सिंह चुफाल और माता पुष्पा चुफाल को दिया है।