उत्तर नारी डेस्क
भारतीय सैन्य अकादमी से 343 युवा अफसर देश सेवा के लिए सेना की मुख्यधारा से जुड़ गए है। इसके साथ ही मित्र राष्ट्रों के 29 कैडेट्स भी पास आउट हुए है। इन्हीं में से एक अल्मोड़ा जिले के रहने वाले गौरव नैलवाल भी है, जो अब भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन गए है। भारतीय सेना में अफसर बनने के बाद से उनके पैतृक गांव में खुशी की लहर है।
बता दें, अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र के पत्थरखोला-चनाण गांव निवासी गौरव नैलवाल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गये है। गौरव नैलवाल ने माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से हासिल की। इसके बाद गौरव ने उच्च शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। वर्ष 2022 में उन्होंने सीडीएस की परीक्षा उत्तीर्ण की और सेना में अफसर बनने के सफर पर निकल पड़े। गौरव के पिता दामोदर दत्त वर्तमान में आईटीबीपी में कार्यरत हैं तथा माता गीता देवी गृहिणी हैं। गौरव की इस सफलता से उनके परिवार वाले काफी खुश हैं। उत्तर नारी टीम की ओर से गौरव को शुभकामनाएं।
पौड़ी गढ़वाल : पिता चलाते हैं परचून की दुकान, बेटा बना भारतीय सेना में अफसर
उत्तर नारी डेस्क
भारतीय सैन्य अकादमी से 343 युवा अफसर देश सेवा के लिए सेना की मुख्यधारा से जुड़ गए है। इसके साथ ही मित्र राष्ट्रों के 29 कैडेट्स भी पास आउट हुए है। इन्हीं में से एक पौड़ी गढ़वाल जिले के रिखनीखाल गॉव के रहने वाले राकेश रावत भी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गये है। इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून में पासिंग आउट परेड के बाद राकेश रावत ने अपने कंधे पर अफसर वाले सितारे सजाए है। राकेश रावत के भारतीय सेना में अफसर बनने के बाद से उनके पैतृक गांव में खुशी की लहर है।
बता दें, रिखनीखाल के रहने वाले राकेश रावत के पिता विनोद सिंह गांव में ही परचून की दुकान चलाते हैं। उनकी मां सुरजी देवी गृहणी हैं। राकेश के भाई रमेश 4/8 गोरखा राइफल में हैं। उन्हें बचपन से ही सेना में जाने की ललक थी। मेहनत के बलबूते उन्होंने सीडीएस की परीक्षा पास की और सेना में अफसर बन गए है।