उत्तर नारी डेस्क
हत्या जैसे जघन्य मामले पर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा अपने लंबे अनुभव को साझा कर पूरे मामले को नजदीकी से देखते हुए न सिर्फ आवश्यक टिप्स अधीनस्थों को दिए बल्कि स्वयं भी मामले की मॉनिटरिंग करी। कप्तान की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए टीम ने बेहद कम समय में अभियुक्त राकेश पुत्र हुकम सिंह निवासी पीपली लक्सर को पकड़ा जिसने बताया कि नशे की सामग्री लाने के लिए उसने मृतक राजेंद्र को ₹3000 दिए थे लेकिन रुपए देने के बाद भी नशा सामग्री न मिलने पर उसने राजेंद्र की हत्या कर दी, निशांदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व अन्य सामान भी बरामद किया गया।
सही टाइम पर पकड़ा गया--
अभियुक्त राकेश बिहार भागने की फिराक में अपना झोला बिस्तर भी बांध चुका था लेकिन हरिद्वार पुलिस की तेजतर्रार कार्यशैली के चलते रेलवे स्टेशन के नजदीक से पकड़ा गया। सबूतों के आधार पर मामले में हत्या कर शव को छुपाने की धारा भी बढ़ाई गई।
टीम वर्क से खुश दिखे कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा टीम के उत्साहवर्धन हेतु पत्रकार वार्ता के दौरान ₹5000/- के नगद ईनाम की घोषणा की एवं आमजन द्वारा भी त्वरित खुलासे पर खुशी जाहिर करते हुए हरिद्वार पुलिस की छवि को सराहा गया।