उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में नए साल का स्वागत बर्फबारी के साथ हुआ। जिससे कई जगहों का नजारा जन्नत सा नजर आ रहा है। साथ ही मौसम और सुहाना हो गया है, तो वहीं उत्तराखण्ड में इस वक्त कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है। कड़ाके की ठंड की वजह से कहीं-कहीं तो नदिया-झरने और नलों में पानी भी जम गया है। ठंड की वजह से भारत-चीन सीमा पर नीति बॉर्डर के पास कई झरने जम गए हैं।
बता दें, बर्फबारी के बाद से चमोली जिले के नीति घाटी में सबसे खूबसूरत नजारा देखने को मिल रहा है। यहां भले नदी नाले और झरने के पानी तक जम गए हैं, लेकिन कुदरत ने अपनी कलाकारी दिखाई है। वहीं, टिम्मरसैंण महादेव मंदिर के गुफा की चट्टान पर बहता पानी जमकर आकृतियां लेने लगा है। जिससे गुफा और मंदिर का सौंदर्य निखरने लगा है। ऐसा ही नजारा उत्तरकाशी के हर्षिल क्षेत्र में देखने को मिला है। जहां बर्फबारी के बाद नजारा बेहद खूबसूरत दिखाई दे रहा है। हर्षिल उन खूबसूरत स्थलों में शुमार है, जहां आपको कुदरत की कारीगरी देखने को मिलेगी। यही वजह है कि नए साल के मौके पर हर्षिल में समय बिताने के लिए काफी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इस बार भी बर्फबारी का नजारा देख खुशी से झूम उठे।
गौरतलब है कि बर्फबारी के बाद उत्तराखण्ड का मौसम और सुहाना हो गया है, तो वहीं उत्तराखण्ड में इस वक्त कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है। कड़ाके की ठंड के चलते सड़कों पर पाल जमा हुआ है तो कहीं-कहीं तो नदिया-झरने भी हवा में जम गए हैं। बर्फबारी का ये मंज़र सैलानियों के लिए भले ही आकर्षण का कारण हो, लेकिन स्थानीय लोग बेहाल हो गए हैं।