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उत्तराखण्ड : कामिनी जोशी ने UGC-NET परीक्षा में हासिल की सफलता

उत्तर नारी डेस्क



देवभूमि उत्तराखण्ड के युवा आज अपनी काबिलियत के दम पर देश-दुनिया में छाए हुए हैं। आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं जहां देवभूमि के युवाओं ने अपनी प्रतिभा का जलवा ना बिखेरा हों। आज हम आपको राज्य की एक ऐसे ही होनहार बेटी से रूबरू करा रहे हैं जिसने यूजीसी नेट(UGC-NET) की परीक्षा परिणामों में सफलता प्राप्त की है। 

आपको बता दें, कामिनी ने अपने दूसरे प्रयास में NET परीक्षा पास की हैं। अब उन्होंने संगीत (गायन) में असिस्टेंट प्रोफेसर की अर्हता प्राप्त कर ली है। इसका श्रेय कामिनी ने अपने माता- पिता के संस्कारों और प्रोत्साहन तथा दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर आदर्श गुरु प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायिका डॉ रिंदाना रहस्य तथा सभी गुरुजनों को दी है।

जानकारी अनुसार, कामिनी ने बारहवीं तक की पढ़ाई डीएवी पब्लिक स्कूल से पीसीएम से पूरी की। इसके बाद स्नातक की पढ़ाई दौलत राम कालेज से तथा स्नातकोत्तर की पढ़ाई मिरांडा हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय से पूरी की। पढ़ाई में बचपन से होनहार कामिनी की रुचि संगीत में भी थी। बचपन से ही अपने संगीत अभ्यास और संगीत सुनने के शौक ने उन्हें इस क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना भविष्य बनाने के लिए प्रेरित भी किया। सुर और संगीत का यह हुनर उन्हें अपने पिता जगदीश आनंद जोशी से मिला जो एक एक भजन गायक हैं व माता पुष्पा जोशी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं।


उत्तराखण्ड : UGC-JRF की परीक्षा में मनीष टम्टा ने पाई सफलता


उत्तर नारी डेस्क 

देवभूमि उत्तराखण्ड के युवा आज अपनी काबिलियत के दम पर देश-दुनिया में छाए हुए हैं। आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं जहां देवभूमि के युवाओं ने अपनी प्रतिभा का जलवा ना बिखेरा हों। आज हम आपको राज्य की एक ऐसे ही होनहार बेटे से रूबरू करा रहे हैं जिसने न सिर्फ यूजीसी नेट(UGC NET) के परीक्षा परिणामों में सफलता प्राप्त की है बल्कि उनका चयन जेआरएफ(JRF–जूनियर रिसर्च फेलोशिप) के लिए भी हो गया है। 

आपको बता दें, बीते दिनों 18 जनवरी को UGC-JRF का रिजल्ट जारी हों गया है, जिसमें हल्द्वानी शहर के मयूर विहार बड़ी मुखानी पीलीकोठी निवासी मनीष टम्टा ने UGC-JRF परीक्षा में सफलता हासिल की है। इस उपलब्धि से पूरे परिवार और क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। बताते चलें, मनीष टम्टा ने कंप्यूटर साइंस विषय में ये परीक्षा अपने दूसरे प्रयास में उत्तीर्ण की है। मनीष ने JRF भी क्वालीफाई किया है। 

बचपन से ही पढ़ाई में रुचि रखने वाले मनीष ने अपनी इस उपलब्धि का सारा श्रेय अपने गुरुजनों की शिक्षा और माता-पिता के प्रोत्साहन को दिया है।

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