उत्तर नारी डेस्क
रात आठ बजे करीब 10 साल का रियासत पुत्र मीर हमजा लघुशंका करने डेरे से बाहर आया। इसी दौरान गुलदार रियासत उठाकर ले जाने लगा। बच्चों ने शोर मचाया तो डेरों में मौजूद लोग गुलदार की ओर दौड़े। किसी तरह लोगों ने बच्चे को गुलदार के जबड़ों से छुड़ा लिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि मौके पर कैंट थाना पुलिस वन विभाग की टीम तुरंत पहुंच गई थी। कैंट कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया कि घटना गल्जवाड़ी मुख्य रोड से ढाई किमी अंदर गुर्जर बस्ती में हुई है।
जंगल में झाड़ियों के बीच बच्चे का शव बरामद हुआ। उसके गले और चेहरे पर गुलदार के पंजों के निशान पाए गए हैं। इससे पूर्व, 26 दिसंबर को गुलदार ने सिंगली गांव में एक 12 साल के मासूम को घायल कर दिया था। देहरादून के आसपास गुलदार के हमले से आबादी वाले इलाकों में दहशत छा गयी है। गुलदार के ताजे हमले के बाद स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया।