उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड वीरों की भूमि रही है। आज देश की सेना को सबसे ज्यादा अफसर और फौजी देने के मामले में उत्तराखण्ड अव्वल राज्यों में से एक है। वहीं, उत्तराखण्ड में हर पांचवे परिवार से एक सदस्य देश की सेना में शामिल है। गर्व की बात यह है कि आज की युवा पीढ़ी भी इस परंपरा का निर्वहन कर रही है। जिनमें कर्णप्रयाग तहसील क्षेत्र के लंगासू के ग्वाड़ गांव निवासी सारस्वत ध्यानी का भी नाम शामिल हो चुका है।
बता दें, सारस्वत ध्यानी जल्द ही भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनेगा। जिसको लेकर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। सारस्वत ध्यानी के पिता बीरेंद्र ध्यानी कर्णप्रयाग में पूर्ति निरीक्षक हैं जबकि माता गृहणी है। सारस्वत के पिता बीरेंद्र ध्यानी बताते हैं कि सारस्वत उनका छोटा बेटा है। सारस्वत ने वर्ष 2018 में एसजीआरआर पब्लिक स्कूल कर्णप्रयाग कालेश्वर से 12 वीं पास करने के बाद देहरादून की तैयारी की। सारस्वत को यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली है।