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15 वर्ष की नाबालिक की हो रही थी शादी, पुलिस ने समय रहते शादी रूकवाई

उत्तर नारी डेस्क 

बाल विवाह समाज के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है। उत्तराखण्ड में नेता और अधिकारी भले ही बाल विवाह न के बराबर होने के दावे करते हैं, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही हाल बयां करती है। ताज़ा मामला पिथौरागढ़ जिले से सामने आया है। जहां 5 मई को धारचुला क्षेत्रांतर्गत एक नाबालिग लड़की की शादी हो रही थी। जिसकी सूचना पुलिस को मिली। जिस पर प्रशासन की टीम गांव पहुंची और गांव पहुंचकर जांच शुरू की। जांच में लड़की की उम्र 15 साल से पाई गई है। ऐसे में पुलिस ने दोनों परिवारों की कॉउंसलिंग की और नाबालिग की शादी को रुकवाया।

बता दें, पिथौरागढ़ पुलिस को सूचना मिली कि कोतवाली धारचुला क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग की शादी कराई जा रही है। पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ रेखा यादव के निर्देशन में सी०ओ० पिथौरागढ़ परवेज अली के पर्यवेक्षण में पिथौरागढ़ पुलिस की एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, कोतवाली धारचूला पुलिस टीम, चाईल्ड हैल्प लाईन व जिला बाल कल्याण पिथौरागढ़ की टीम, उक्त गांव में पहुंचे, जहां 5 मई को बारात आने वाली थी तथा शादी की तैयारियां हो रही थी।

जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि जिस लड़की की शादी हो रही है उसके प्रमाण पत्रों के अनुसार उम्र 15 वर्ष है। पुलिस टीम द्वारा उक्त शादी को रूकवाया गया। उक्त लड़की व उसके परिजनों की काउन्सलिंग की गयी तथा बाल विवाह सम्बन्धित कानून की जानकारी दी गयी। लड़की के परिजनों द्वारा बताया गया कि उनको कानून की जानकारी नही थी तथा अब अपनी लड़की की शादी उसके बालिग होने के बाद ही कराने के सम्बन्धित में एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया। 

 

ए०एच०टी०यू०/पुलिस टीम

1- उ0नि0 मेघा शर्मा, 2- हे0का0 तारा बोनाल 3- हे0का0 दीपक खनका, 4-का0 निर्मल किशोर, 5-का0 निर्मल किशोर 6-का0 रणवीर कंबोज 7- लक्ष्मण सिंह-चाईल्ड हेल्प व जिला बाल कल्याण पिथौरागढ़ से।

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