उत्तर नारी डेस्क
साइबर क्राइम के विरुद्ध एसटीएफ उत्तराखंड ने कारवाई की है । फरवरी से अप्रैल तक देहरादून के गुमानीवाला निवासी वरिष्ठ नागरिक से करीब 45 लाख की ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई थी.जिसमे आरोपियों द्वारा शहीदों के परिजनों को कॉल कर स्वयं को सैनिक कल्याण बोर्ड का अधिकारी बताकर लाखो की धोखाधड़ी करने में पांच आरोपियों को एनसीआर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
उत्तराखंड STF ने एक ऐसे राष्ट्रीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश कर दिल्ली NCR से 05 साइबर अपराधियों के गिरफ्तार किया है जो,कारगिल शहीदों के परिवारों वालों को अतिरिक्त पेंशन और अन्य आर्थिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के नाम पर लाखों करोड़ों की ठगी को अंजाम देते थे..पकड़ा गया गैंग खुद को रक्षा मंत्रालय के अधिकारी बताकर देशभर में शहीदों के परिवारों और पेंशनर असफरों को तरह-तरह का सरकारी प्रलोभन व स्पेशल ग्रांट दिलवाने के नाम पर ठगी का जाल बिछाते थे.
एसटीएफ के अनुसार पकड़े गए गिरोह द्वारा देहरादून के गुमानिवाला गांव स्थित कारगिल शहीद कैप्टन के परिवार को पेंशन के अतिरिक्त अन्य आर्थिक लाभ देने का लालच देकर फ़ाइल प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 45 लाख रुपए की ठगी की.. एसटीएफ ने एक सप्ताह पहले शिकायतकर्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया.और फिर उसके बाद दिल्ली लक्ष्मी नगर स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर से संचालित होने वाले साइबर गिरोह का पर्दाफाश कर धोखाधड़ी करने वाले पांच साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया हैं. गैंग के कब्जे से 18 मोबाइल लैपटॉप 42 सिम कार्ड,42 डेबिट कार्ड,फर्जी पहचान पत्र आधार कार्ड पैन कार्ड और एक 1 लाख 07 से अधिक की धनराशि बरामद की है.. एसटीएफ ने अभियुक्त के बैंक अकाउंट फ़्रिज किए हैं. इसके साथ ही STF अब गिरोह द्वारा देश भर में ठगे गए लोगों के बारे में जानकारी एकत्र कर आगे की कार्रवाई में जुटी हैं.