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मनसा देवी पैदल मार्ग के निकट खाई में मिला था अज्ञात महिला का शव, हरिद्वार पुलिस ने आरोपी दंपति को खोजकर भेजा जेल

उत्तर नारी डेस्क 

आजकल जनपद हरिद्वार वैसे ही लाखों की संख्या में आ/जा रहे तीर्थ यात्रियों व पर्यटकों से गुलज़ार है और अगर इनमें से कुछ घुमंतू नकारात्मक प्रवृत्ति के लोग यहां कोई बड़ा अपराध करके चले जाएं तो इतनी भीड़ में से उनको "सही तरीके से खोजना" किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। ऐसी ही एक बड़ी घटना जनपद हरिद्वार में पवित्र मां मनसा देवी मंदिर के निकट घटी जब कुछ दिन पूर्व 16 मई को मां मनसा देवी पैदल मार्ग से कुछ मीटर नीचे/दूर एक महिला का शव प्राप्त होने की सूचना पर मौके पर पहुंची शहर कोतवाली पुलिस द्वारा नियमानुसार मृतका के शव का पंचायतनामा भरा व आवश्यक कार्रवाई उपरांत महिला की शिनाख्त का प्रयास किया तो काफी प्रयासों के बाद भी कोई सफलता नहीं मिल पाई, लेकिन कुछ दिन बाद प्राप्त हुई डॉक्टर की पंचायतनामा की रिपोर्ट का जब अवलोकन किया तो पता चला कि मृतका की गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसके शव को पहाड़ से नीचे फेंका गया है।

आजकल हजारों की संख्या में श्रृद्धालुओं द्वारा मां मनसा देवी मंदिर में माता के दर्शन किए जा रहे हैं ऐसे में हत्यारोपियों का पता लगाना भूंसे के ढेर में सुई खोजने के बराबर है। महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों के प्रति बेहद गंभीर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल को जब अब तक के पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिली तो उनके द्वारा अधीनस्थों को तत्काल इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने को कहा गया। जिसपर पुलिस ने स्वयं वादी बनते हुए अज्ञात हत्यारोपी के खिलाफ मु0अ0सं0- 373/2024 धारा-302 भा.द.वि पंजीकृत किया गया।

प्रकरण की गहनता से पड़ताल करते हुए हरिद्वार 'शहर कोतवाली' पुलिस द्वारा सैकड़ो सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के साथ-साथ मुखबिरों का जाल बिछाया गया। साथ ही महिला के शव की पहचान हेतु विभिन्न स्तर पर दिन रात किए गए प्रयासों के बीच प्रकाश में आए एक मोबाइल नम्बर से पूछताछ करने पर महिला की पहचान पूजा मिश्रा निवासी मधुबनी बिहार के रुप में हुई। मोबाइल नंबर स्वामी ने स्वयं को मृतका का पति बताते हुए जानकारी दी कि उसकी पत्नी पूजा 02 वर्ष पूर्व घर से भाग गयी थी और बुलाने पर भी वापस नहीं आती थी।

उधर एक अन्य पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरों के गहनता से अवलोकन में पाया कि 15 मई को मृतका के साथ एक पुरूष, एक महिला व एक बच्चा जाता दिखाई दिया, लेकिन वापसी के समय उक्त संदिग्ध पुरूष, महिला तथा बच्चे के साथ मृतका मौजूद नही थी। इस बिंदु पर भी काम करते हुए पुलिस की कई टीमों ने ढूंढ खोज को आगे बढ़ाया और हाथी पुल के पास चाय की एक दुकान के मालिक द्वारा उक्त संदिग्ध के गूगल/फोन से भुगतान करने की जानकारी मिलने पर दुकानदार द्वारा यूपीआई आई0डी0 उपलब्ध करायी गई।

प्राप्त सभी सुराग बेहद महत्वपूर्ण थे। पुलिस टीम ने अब तक जुटाई जानकारी के आधार पर संदिग्धों की तलाश लगातार जारी रखते मुखबिर की मदद से दोनों संदिग्धों को खड़खड़ी के पास से दबोचा। संदिग्ध दंपत्ति रोशन कुमार कामत व उसकी पत्नी महक (काल्पनिक नाम) से पूछताछ में जानकारी मिली कि मृतका की शादी बिहार निवासी मोनू कुमार से हुई थी लेकिन 02 साल पहले वो वहां से भागकर हरियाणा आ गई और रोशन कुमार के साथ लिव-इन में रहने लगी तथा वापस अपने गांव नहीं जाती थी। कुछ समय बाद रोशन ने घर वालों की मर्जी से किसी अन्य युवती (महक) से शादी कर ली। ये बात रोशन ने दोनों से छुपा कर रखी एक तरफ अपने घर वालों को पूजा के बारे में नहीं बताया और दूसरी तरफ अपनी शादी की बात पूजा से छुपाए रखी बल्कि पूजा से ये कहा कि गांव में किसी की शादी है शॉपिंग करनी है जिस पर पूजा ने गुड़गांव में शॉपिंग कराने में रोशन का खुशी खुशी साथ दिया। इस दौरान रोशन का 2023 में पूजा से एक बच्चा हुआ।

शादी के बाद शुरुआत में अपने गांव बिहार में रह रही महक जब इस वर्ष होली के बाद अपने पति के साथ रहने हरियाणा आयी तो रोशन ने वहां भी महक को धोखे में रखा और कहा कि यह कुछ दिन बाद चली जाएगी बाद में महक को जब इन दोनों के अवैध संबंधों की जानकारी हुई तो महक द्वारा एतराज जताया गया। उधर पूजा भी अलग रहने को कहने पर रोशन और पूजा के बीच आए दिन झगड़े होने लगे जो गुजरते वक्त के साथ मारपीट में भी बदल जाते थे। इस बीच जब उक्त तीनों, बच्चे सहित घूमने हरिद्वार आये और मनसा देवी दर्शन के लिए गए तो पैदल मार्ग में एक बार फिर रोशन और पूजा के बीच रोजाना की तरह झगडा होता देख महक बच्चे के साथ पास ही सो गई। इस बीच रोशन ने मौका देखकर गला दबाकर पूजा की हत्या कर दी और शव को नीचे खाई मे फेंक दिया। बगल में ही बच्चे के साथ सो रही महक ने उठने के बाद जब पूजा के बारे में पूछा तो रोशन ने उसे पूरा वाक्या बता दिया। इसके बाद पुलिस कार्यवाही के डर से दोनों बच्चे के साथ रात के घने अंधेरे में नीचे उतरे और वापस गुरूग्राम भाग गए। आज ये दंपत्ति ये जानने हरिद्वार पहुंचे थे कि पूजा जिंदा है या मर चुकी लेकिन हरिद्वार पुलिस द्वारा पकड़े गए।

इस दौरान ये जानकारी भी मिली कि उक्त दंपत्ति द्वारा मृतका पूजा के 06 माह के बच्चे को दिनांक 18/05/2024 को हरियाणा मानेसर के एक मंदिर में लावारिस हालात में छोड़ दिया और बिना किसी को बताए चुपचाप चले गए। जिस संबंध में इनके खिलाफ थाना सेक्टर 7 आईएमसी गुडगाँव हरियाणा में मु0अ0सं0 169/24 धारा 317 I.P.C. भी दर्ज है, वहां की पुलिस को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। ऐसा करने के बारे में पूछने पर दंपत्ति ने बताया की बीए पास महक कंपटीशन की तैयारी कर रही थी और बिहार में सरकारी नौकरी करना चाहती थी इसलिए बच्चे को पालने का झंझट नहीं रखना चाहती थी जिस कारण बच्चे को मंदिर में छोड़ दिया। सटीकता के साथ हुए इस खुलासे पर स्थानीय जनता द्वारा हरिद्वार पुलिस की तेजतर्रार कार्यशैली को सराहा गया।


हत्यारोपी का विवरण--

रोशन कुमार कामत पुत्र श्री सुरेश कुमार कामत हाल निवासी खांडसा गुरूग्राम हरियाणा 


घटना छुपाने की आरोपित--

महक (काल्पनिक नाम) पत्नी रोशन कुमार कामत निवासी-उपरोक्त

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