उत्तर नारी डेस्क
इंसान की फितरत है की वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाता है। ऐसा ही एक मामला हरिद्वार कोतवाली की खडखड़ी चौकी क्षेत्र का सामने आया। जहाँ 2 सगी बहनों सहित 03 नाबालिक बच्चियां घर से नाराज होकर अपने सपनों की उड़ान लिए रोजगार की तलाश में ट्रेन में सवार हो गई। जहां एक और पिता अपनी दोनों बच्चियों व उसकी सहेली के गुम होने की शिकायत लेकर चौकी पहुंचे। वहीं तीनों बच्चियां अपने सपनों के पंख लिए कई राज्यों की सरहदें पार कर चुकी थी।
मामले के नाबालिक लड़कियों से जुड़े होने के कारण तत्काल मुकदमा दर्ज करते हुए हरिद्वार पुलिस बच्चियों की तलाश में जुट गई। बच्चियों की सहेली द्वारा मां का फोन ले जाने की जानकारी होते ही पुलिस टीम द्वारा मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर बच्चियों तक पहुंचने का प्रयास किया गया परंतु लोकेशन लगातार जंप होने के कारण असफलता हाथ लगी।
बच्चियों की लोकेशन फरीदाबाद रेलवे स्टेशन, वडोदरा, गुजरात, सूरत, विरार, पालघर मिली जिससे बच्चियों के ट्रेन में होने की आशंका जताई गई। जिसपर हरिद्वार पुलिस द्वारा बांद्रा जाने वाली ट्रेन की जानकारी की गई ट्रेन की लोकेशन और बच्चियों की लोकेशन मैच होने पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल जीआरपी व महाराष्ट्र पुलिस से संपर्क किया गया।
जीआरपी/आरपीएफ से संपर्क करने पर ट्रेन में ड्यूटीरत महिला सब इंस्पेक्टर से संपर्क कर तीनों बच्चियों के बारे में जानकारी देते हुए बच्चियों की फोटो व्हाट्सएप की गई। जिसपर महिला सब इंस्पेक्टर द्वारा तत्काल पूरी ट्रेन की तलाशी लेकर उक्त तीनों बच्चियों को S-6 डिब्बे से सकुशल बरामद किया गया। जिसपर हरिद्वार पुलिस टीम द्वारा तत्काल फ्लाइट से मुंबई पहुंच कर तीनों नाबालिकों को ट्रेन के माध्यम से सकुशल वापस लाया गया। जिनको माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर परिजनों के सुपुर्द किया गया।