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कोटद्वार के भव्य ध्यानी ने अपने चौथे प्रयास में हासिल की सफलता, बनें फ्लाइंग ऑफिसर

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड वीरों की भूमि रही है। आज देश की सेना को सबसे ज्यादा अफसर और फौजी देने के मामले में उत्तराखण्ड अव्वल राज्यों में से एक है। वहीं, उत्तराखण्ड में हर पांचवे परिवार से एक सदस्य देश की सेना में शामिल है। गर्व की बात यह है कि आज की युवा पीढ़ी भी इस परंपरा का निर्वहन कर रही है। जिनमें पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार का बेटा भी शामिल हो चुका हैं। बता दें, कोटद्वार के भव्य ब्रविम ध्यानी ने भारतीय वायु सेना में अफसर बनकर प्रदेश व क्षेत्र का मान बढ़ाया है। खास बात ये है कि भव्य ब्रविम ध्यानी ने तीन बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी और अपना प्रयास जारी रखा। जिसका नतीजा यह है कि अपनी कड़ी मेहनत और लगन के चलते उन्होंने अपने चौथे प्रयास में सफलता हासिल की और आज भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग आफिसर पद पर कमीशन प्राप्त किया। भव्य की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में जश्न का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। 

भव्य ब्रविम ध्यानी पौड़ी गढ़वाल जिले के मूल ग्राम भौन, विकास खंड नैनीडांडा, तहसील धुमाकोट के मूल निवासी और हाल में उनका निवास पदमपुर सुखरौ कोटद्वार में हैं। उनका बचपन से ही डिफेंस ऑफिसर बनने का सपना था। जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की। भव्य ने 12वीं तक की शिक्षा सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल कोटद्वार से ग्रहण की। जिसके बाद वह अपने सपने को साकार करने में जुट गए। भव्य ने दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की और उसके बाद वायुसेना में कमीशन प्राप्त कर अपने परिजनों और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। भव्य ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों, माता बबीता ध्यानी-पिता शिक्षक राकेश मोहन ध्यानी के मार्गदर्शन को दिया है।

बता दें, 15 जून को भव्य ध्यानी ने भारतीय वायुसेना अकादमी हैदराबाद से प्रशिक्षण प्राप्त कर भारतीय वायुसेना में अधिकारी बने हैं। पासिंग आउट परेड में उनके माता पिता के साथ बड़ी बहन डा. क्षितिजा मोहन ध्यानी भी सम्मलित हुई। वे इससे पूर्व वे गणतंत्र दिवस में एनसीसी विंग के माध्यम से प्रतिभाग कर चुके हैं।

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