उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी की बेटी स्वस्तिका जोशी ने उज्जैन मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर की शास्त्रीय संगीत व नृत्य प्रतियोगिता में भरतनाट्यम और वायलिन वादन में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिससे नैनीताल व उत्तराखण्ड का मान बढ़ा है। गत 25 व 26 मई को कालिदास संस्कृत अकादमी में महाकालेश्वर सांस्कृतिक महोत्सव में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। स्वस्तिका ने भरतनाट्यम व वायलिन वादन में प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया और पहला स्थान प्राप्त किया। इसके लिए स्वस्तिका को शशि कला प्रवीण सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया।
बता दें, 10 वर्षीय स्वस्तिका जोशी हल्द्वानी के सेंट थेरेसा स्कूल में कक्षा छह की छात्रा है। 7 वर्ष की उम्र से भरतनाट्यम नृत्य की विधिवत् शिक्षा गुरु शुभम् खोवाल से तथा वायलिन की शिक्षा पंडित हरीश चन्द्र पन्त से प्राप्त कर रही है। स्वस्तिका जोशी ने बताया कि सी.सी.आर.टी की कार्यशाला में अपनी बहन के साथ तंजावुर जाने का अवसर मिला। तब वह 5 वर्ष की थी। उसके बाद गुरु शुभम् खोवाल का सानिध्य मिला। स्वस्तिका का मानना है कि गुरु कृपा से ही वह कुछ कर पा रही है। वहीं, डॉक्टर गोविंद गांधी निदेशक कालिदास अकादमी और संजय शर्मा महामंत्री संस्कार भारती के द्वारा स्वस्तिका को अंग वस्त्र, सम्मान पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश, झारखंड, वेस्ट बंगाल, उड़ीसा बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, मणिपुर, राजस्थान, केरल और तमिलनाडु के बाल कलाकारों ने प्रतिभा किया। इससे पूर्व स्वस्तिका जोशी भरतनाट्यम नृत्य में कई बार राज्य व नैनीताल का नाम रोशन कर चुकी है।