उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उत्तराखण्ड के कई होनहारों ने नेशनल-इंटरनेशनल लेवल पर अपनी खेल प्रतिभा का दम दिखाया है। इसी कड़ी कुछ ऐसा ही कर दिखाया है पहाड़ की होनहार बेटी अंकिता ध्यानी ने। जिसने हिमाचल प्रदेश के पंचकूला में आयोजित 63वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। अंकिता ध्यानी ने 5000 मीटर दौड़ में यह कीर्तिमान बनाया।
बता दें, उत्तराखण्ड एथलेटिक्स संघ के सचिव केजेएस कलसी ने बताया कि अंकिता ने 16 मिनट 10.31 सेकेंड में अपनी रेस पूरी की। हिमाचल प्रदेश की सीमा और महाराष्ट्र की संजीवनी क्रमशः दूसरे, तीसरे स्थान पर रहे।
पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली हैं अंकिता ध्यानी
अंकिता ध्यानी पौड़ी जनपद के जयहरीखाल के ग्राम मेरूड़ा की रहने वाली हैं। मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने वाली अंकिता का सफर आसान नहीं रहा है, उन्होंने काफी कठिनाइयों से यहां तक का सफर हासिल किया है। उन्होंने गांव के ही छोटे से मैदान में अपनी ट्रेनिंग हासिल की। अंकिता के मेहनत और लगन को देखने के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण ने उन्हें साउथ अफ्रीका में ट्रेनिंग करने का मौका दिया। यही कारण है कि वह एक के बाद एक मेडल जीत कर उत्तराखण्ड और देश का नाम रोशन कर रही हैं।
अंकिता कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं। हाल ही में उन्होंने तेहरान में हुई एशियन इंडोर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। उनके नाम विभिन्न प्रतियोगिताओं में एक दर्जन से अधिक स्वर्ण, करीब आधा दर्जन रजत और तीन कांस्य पदक है। अंकिता की सफलता पर उत्तराखण्ड एथलेटिक्स संघ ने हर्ष जताया है।