उत्तर नारी डेस्क
यात्रियों के लिए अच्छी खबर सामने आयी है। जहां धारी देवी स्टेशन तक पहुँचने के लिए श्रीनगर से लगभग 10 किमी की दूरी तय करनी होती है। इस यात्रा का एक बड़ा हिस्सा सुरंग के अंदर से गुजरता है, और इस परियोजना का लगभग 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। अब जीआईएनटीआई श्रीनगर से करीब 10 किमी का ट्रैक पार कर यात्री धारी देवी स्टेशन पहुंच जायेंगे। श्रीनगर से धारीदेवी तक नौ किमी. का ट्रैक सुरंग के अंदर है जबकि जबकि 800 मी. से अधिक यहां पर ओपन ट्रैक है।
सुरंगों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कंक्रीट और पटरी बिछाने का कार्य होगा। स्टेशन पर तीन पटरियां बनेंगी, जबकि ओपन और सुरंग के अंदर सिंगल पटरियां होंगी। यहां स्टेशन से धारी देवी क्षेत्र, बछणस्यूं, चलणस्यूं पट्टी के 30 हजार से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही यहां से बदरी-केदार जाने के लिए पहुंच भी आसान हो जाएगी। देवप्रयाग से धारीदेवी तक 35 किमी. से अधिकक्षेत्र में रेल करीब 30 किमी. सुरंग के अंदर से गुजरेगी।
आपको बता दें, धारी देवी लोगों की पूजनीय हैं। उत्तराखण्ड राज्य की रक्षा कर रही मां धारी देवी पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है। मान्यता है कि मां धारी उत्तराखण्ड के चारधाम की रक्षा करती हैं। माता की मूर्ति एक दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है। मूर्ति सुबह में एक कन्या की तरह दिखती है, फिर दोपहर में युवती और शाम को एक बूढ़ी महिला की तरह नजर आती है। यह नजारा वाकई हैरान कर देने वाला होता है।