उत्तर नारी डेस्क
ग्राम्य एकता प्रगति प्रेमांजलि समागम समिति द्वारा मालनी शिखर पर स्थित द्वारीखाल प्रखंड के ग्राम बनाली के ईष्ट देव श्री असल देव ठाकुर के मंदिर प्रांगण में गेप्स के संस्थापक एवम निदेशक राम भरोसा कंडवाल की अगुवाई में असल देव अभियान के अन्तर्गत 7 प्रकार के वृक्षों का रोपण किया गया, जिनमें से आम, जामुन,केला, निंबू, विल्वपत्री, लीची आदि का रोपण किया गया। साथ ही साथ लगभग 200 से भी अधिक आम की गुठलियों को भी असलदेव क्षेत्र में रोपित किया गया।
इस अवसर पर गेप्स के संस्थापक निदेशक राम भरोसा कंडवाल ने कहा कि 80 के दशक में गांव के भूस्खलित भू _भाग पर गेप्स के कार्यकर्ता असलदेव के नाम से वृक्षारोपण करते थे जिनमें से वेडू, तिमला, गिठी , छचरी, भेमल, खडीक आदि के वृक्ष मुख्य होते थे। तब हमारी उम्र 16, 17 साल के आस पास थी एवम इसके साथ ही साथ हम स्कूल से आने के बाद गांव के रास्तों की सफाई, मां बहिनों के लिए घास और लकड़ी लेने के लिए जंगल का रास्ता एवम मवेशियों के चारागाह के रास्ते का स्वेच्छा से श्रमदान के द्वारा निर्माण करते थे।
पढ़ाई के मामले में गेप्स के कार्यकर्ता 11बजे रात तक पढ़ाई करते थे। जिसके लिए अलग से प्रति दिन दो निरीक्षक निर्धारित होते थे, तब ट्यूशन कोई पढ़ता नही था लेकिन ईमानदारी से पढ़ाई करते थे तथा माता पिता को उनके कार्यों में सहयोग करते थे। यह वह दौर था जब हम मिडिया से अपरचित थे गांव में प्रकाश की व्यवस्था नही थी एवम न हमारे पास कैमरा ही होते थे, बस एक शौक था अपने गांव को स्वच्छ और सुंदर रखने का। तब न हमें नाम की इच्छा थी और न मान सम्मान की, बस एक ही शौक था स्वच्छ पर्यावरण से युक्त हमारा गांव सब से खूबसूरत लगे ।
कंडवाल ने कहा कि आज भी हमारी टीम एक आदर्श टीम की तरह निरंतर काम कर रही है जो निस्वार्थ एवम परोपकार की भावना से ओत प्रोत है।
संस्थापक कंडवाल ने असलदेव की धरती को नमन करते हुए अपनी टीम के सदस्यों को असलदेव से दूर दूर तक फैले विराट हिमालय से अवगत कराते हुए कहा कि असलदेव से पूर्व से उत्तर पश्चिम तक स्वेत बर्फ से आच्छादित विराट हिमालय मां भारती के भाल को सुशोभित करते हुए नजर आता है जिसका आनंद अक्टूवर, नवंबर में लिया जा सकता है क्योंकि तब कोहरा छंट जाता है।
इसके दक्षिण में महाब गढ़ मंदिर एवम बहती हुई मालन नदी एवम चरक ऋषि की कर्मस्थली भारत नगर अति रमणीय दिखता है तो पूरब में लैंसडाउन, जयहरीखाल का विशाल भूभाग नजर आता है, उत्तर में लंगूरगढ़ी, भैरव गाढ़ी एवम नागदेव गढ़ी नजर आती है।
भारत के पर्यटन मानचित्र पर असलदेव को स्थान मिलने से क्षेत्र का चाहूंमुखी विकास संभव है। वृक्षारोपण में भाग लेने वालों में उपाध्यक्ष दिनेश चौधरी, कोषाध्यक्ष मनमोहन काला, महा मंत्री इंजिनियर जगत सिंह नेग, संगठन मंत्री नंदन सिंह नेगी, आकाश कंडवाल एवम राम भरोसा कंडवाल शामिल थे।