उत्तर नारी डेस्क
कोटद्वार सिडकुल में श्रम विभाग उत्तराखण्ड के द्वारा आयोजित शिविर में स्पीकर ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा कि श्रम कानूनों के प्रति जनहित में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों का सही ज्ञान और समझ श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रकार के जन जागरण शिविरों के माध्यम से श्रमिकों को उनकी कानूनी स्थिति और अधिकारों के बारे में जानकारी मिल सकती है, जो कि समाज में सामाजिक न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।
विधानसभा अध्यक्ष ने सिडकुल क्षेत्र में श्रमिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए श्रम विभाग के अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सिडकुल के विकास और श्रमिकों की स्थिति में सुधार लाने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान, विधानसभा अध्यक्ष ने श्रम विभाग की पहल की सराहना की और कहा कि यह शिविर श्रमिकों के लिए एक सशक्तिकरण का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों को प्रेरित किया कि वे स्थानीय समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के साथ त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करें।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने आशा व्यक्त की कि इस जन जागरण शिविर के माध्यम से श्रमिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में पूर्ण जानकारी मिलेगी और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने सभी सहभागियों को धन्यवाद दिया और श्रम विभाग की टीम की मेहनत की सराहना की। विधानसभा अध्यक्ष ने सिडकुल में श्रमिकों को सीधे रूप से लाभ पहुंचाने वाले कार्यक्रमों की अहमियत पर जोर दिया विभागीय अधिकारियों को इन जिम्मेदारीयों गम्भीरता से निभाने के निर्देश भी दिये। कार्यक्रम के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष ने श्रम विभाग की टीम व उनके प्रयासों की सरहाना करी और आशा व्यक्त की कि उनकी सिफारिशों के अनुसार सिडकुल क्षेत्र में सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
इस दौरान हरि सिंह पुंडीर, मनीष भट्ट, रजनी बिष्ट, सौरव नौटियाल, आशा राजेश्वरी, सोहन सिंह सैनी अपर जिलाधिकारी, असिस्टेंट लेबर कमिश्नर दीपक कुमार व मीनाक्षी भट्ट, लेबर एनफोर्समेंट अधिकारी आर एस तंवर, रीजनल कमिश्नर पीएफ विभाग, डॉ अमित सक्सेना, सी. एम. ओ. अनुज ऋषि, डिप्टी डायरेक्टर ई.एस.आई.सी. शैलेंद्र सिंह रावत, सुनील गुप्ता, सिडकुल एसोसिएशन कोटद्वार के सदस्य उपस्थित रहे।