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उत्तराखण्ड : 47 एनकाउंटर करने वाले दिल्ली पुलिस के ACP ललित मोहन नेगी हुए रिटायर

उत्तर नारी डेस्क 

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ACP ललित मोहन नेगी 31 अगस्त को रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने अपने सेवा काल के दौरान अब तक 47 (10 पाकिस्तानी आतंकवादी और 37 अंडरवर्ल्ड/गैंगस्टर) को एनकाउंटर में ढेर किया। 

बता दें, ललित मोहन नेगी मूल रूप से उत्तराखण्ड के जिला पौड़ी गढ़वाल के पोखरा ब्लॉक में गांव कोला गार्ड के रहने वाले हैं। परिवार में माता पिता, भाई और अन्य सदस्य हैं। प्राथमिक पढ़ाई गांव में हुई। चूंकि पिता चंद्र सिंह नेगी दिल्ली स्थित एक प्राइवेट कंपनी में थे और पिता के एक दोस्त दिल्ली पुलिस में दरियागंज थाने में तैनात थे। इसलिए चौथी क्लास में दरियागंज के DAV में पढ़ने के लिए आ गए। उनके पास ही रहकर पढ़ाई की। इसके बाद भगत सिंह कॉलेज से ग्रैजुएशन की। 26 जून, 1989 में बतौर सब इंस्पेक्टर दिल्ली पुलिस जॉइन की। निजामुद्दीन, वसंत कुंज, आरके पुरम, कापसहेड़ा, धौला कुआं थाने में रहने के बाद 1998 में स्पेशल सेल में आ गए। वे स्पेशल सेल में एसीपी पद पर भी तैनात रहे। 


ललित मोहन नेगी चर्चा में क्यों?

- ललित मोहन नेगी ने 10 पाकिस्तानी आतंकियों सहित 47 अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया। 

- साल 2001 में जब संसद भवन पर हमला हुआ, तो इस केस को सुलझाने वाली टीम में ललित मोहन नेगी शामिल थे। मामले की चार्जशीट बनाने में इनकी अहम भूमिका थी, जिसके नतीजे में अफजल गुरू को फांसी हुई। 

- दिल्ली, मुंबई, बनारस, बेंगलुरु में लगातार मार्केट में, ट्रेन के अंदर बम धमाके हो रहे थे। बाद में खुलासा हुआ कि आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन इन हमलों के पीछे है। इसके बाद ललित मोहन नेगी अपने सहयोगी इंस्पेक्टर हृदय भूषण के साथ स्पेशल सेल की टीम को संगठित किया और एक के बाद एक देश भर से इंडियन मुजाहिद्दीन के वॉन्टेड आतंकियों को गिरफ्तार किया। 

- दिल्ली का जामा मस्जिद ब्लास्ट मामला, बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम बम ब्लास्ट मामला और मुंबई का 7/11 ब्लास्ट मामला ललित मोहन नेगी और इनकी टीम ने सुलझाया और ब्लास्ट में शामिल आतंकियों को गिरफ्तार किया। बिहार के दरभंगा मॉड्यूल का खुलासा भी इनकी टीम ने ही किया था।

- ललित मोहन नेगी ने खुफिया एजेंसी रॉ में भी शामिल होकर काम किया। अंडरवर्ल्ड के कई बड़े अपराधियों पर भी नेगी और उनकी टीम ने शिकंजा कसा। इसके साथ ही छोटा शकील के कई गुर्गों को गिरफ्तार किया। 

- उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को दिल्ली से गिरफ्तार किया। दशकों तक अंडरग्राउंड हो चुके यूपी के माफिया डॉन बृजेश सिंह को उड़ीसा से महीनों के ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया। 

- ललित मोहन नेगी नाम कुछ ऐसे भी ऑपरेशन हैं, जो देश से बाहर विदेशों में अंजाम दिए गए और कभी ऑन रिकॉर्ड सामने नहीं आए। 

- ललित मोहन नेगी रिटायर तो हो गए लेकिन उनके मजबूत नेटवर्किंग और उनकी जाबांजी का ही नतीजा है कि सरकार ने उन्हें एक साल तक बतौर एडवाइजर दिल्ली पुलिस में तैनात रखने का फैसला किया है, यानी रिटायमेंट के बाद भी ललित मोहन नेगी अपनी सेवाएं देते रहेंगे। 


मिल चुके हैं कई अवार्ड्स

देश विदेश की खुफिया और इन्वेस्टिगेशन एजेंसियों के लिए ACP ललित मोहन नेगी 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' के तौर पर चर्चित चेहरा रहे। 35 साल से स्पेशल सेल में रहते हुए जाबांजी के सर्वाधिक मेडल, अवॉर्ड, प्रशस्ति पत्र पाने वाले अफसर हैं। आतंकवाद और अंडरवर्ल्ड के खिलाफ सबसे अधिक सक्सेस ऑपरेशन की वजह से दिल्ली पुलिस ही नहीं बल्कि रॉ, CBI, IB, MHA और अन्य जांच एजेंसियों ने मेडल से नवाजा हुआ है।

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