उत्तर नारी डेस्क
माउन्ट चौखम्भा पर फंसे दोनों पर्वतारोही को सुरक्षित निकाला गया। 80 घण्टे से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन आज थमा। भारतीय वायु सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आर्मी, प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में चला था। रेस्क्यू ऑपरेशन सफलता पूर्वक संपन्न होने पर जिला प्रशासन और एसडीआरएफ एनडीआरएफ सहित उत्तराखण्ड सरकार ने भी राहत की सांस ली है।
चौखम्बा पर्वत 3 के पर्वतारोहण के लिए निकले ब्रिटेन यूएसए के नागरिक ट्रैकिंग पर गई थी, लेकिन वह वहीं फंस गए। जिसको लेकर उन्होंने अपने अंबेसी से संपर्क कर अपने फसने की जानकारी बताई। इसके बाद लगातार वायुसेना के हेलीकॉप्टर से उनकी ढूंढ खोज की जारी थी शुक्रवार एवं शनिवार को सर्च अजारी। लगातार जारी रहा वहीं देर रात एसडीआरएफ ने उनको सेटेलाइट के माध्यम से संपर्क किया तो सुरक्षित रहने की जानकारी मिली। रविवार (आज) की सुबह वायु सेना के हेलीकॉप्टर से दोनों ट्रैक्टरों को सुरक्षित ज्योर्तिमठ लाया गया।
जानकारी के अनुसार, दो विदेशी महिला ट्रैक्टर चौखंबा 3 ट्रेकिंग पर गई हुई थी जो वहां फंस गई। इसके बाद लगातार उनकी ढूंढ खोज की जा रही थी। आखिरकार तीन दिन के रेस्क्यू के बाद उनको सब कुशल बरामद किया गया है। 6995 मोटर की ऊँचाई पर स्थित चौखम्बा पर्वत 3 के पर्वतारोहण के लिए बिटिश नागरिक फ़ायजनेमानेरस (उम्र 27 वर्ष) और यूएसएस नागरिक मिचेलथेरेसा देवोरोक (उम्र 23 वर्ष) इंडियन माउंटेन ट्रेनिंग एसोसिएशन से अनुमति लेकर चौखंबा ट्रैकिंग पर गए थे जिनके पास 11 सितंबर से 18 सितंबर तक की अनुमति थी।
विगत 03 अक्टूबर 2024 की साय को आपदा प्रबंधन विभाग चमोली को Indian Mountaineering Foundation के माध्यम से सुचना प्राप्त हुई कि जनपद अन्तर्गत चौखम्भा पर्वत मे 6015 मीटर की ऊंचाई पर 02 पर्वतारोही (01 USA, 01 UK) फंस गए है, जिनका तुरंत हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया जाना है। IMF से प्राप्त सूचना के क्रम मे सभी संबंधितो को अलर्ट करते हुए भारतीय वायु सेना से उक्त फंसे हुए नागरिको को सुरक्षित निकाले जाने का अनुरोध किया गया। उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन बिभाग चमोली, भारतीय वायु सेना एवं एसडीआरएफ उत्तराखण्ड एवं अन्य विभागों के सहयोग से 4 अक्टूबर से तत्काल बचाव अभियान प्रारम्भ किया गया। बचाव अभियान के तीसरे दिन आज 6 अक्टूबर को उक्त दोनों पर्वतारोही को सुरक्षित रेस्क्यू कर दिया गया है।