उत्तर नारी डेस्क
दिनांक 24 अक्टूबर को उत्तरकाशी मुख्यालय में आयोजित रैली के दौरान हुयी घटना को लेकर जिला प्रशासन द्वारा उत्तरकाशी में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर निषेधाज्ञा लागू की गयी थी। निषेधाज्ञा का प्रभावी रुप से पालन कराये जाने हेतु पुलिस द्वारा शहर क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला गया। लगातार अनाउंसमेंट किया गया साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल नियुक्त किया गया था। निषेधाज्ञा प्रभावी होने के बावजूद बीते दिन 26 अक्टूबर को जितेंद्र चौहान, सूरज व सोनू नेगी द्वारा उत्तरकाशी स्थित काली कमली धर्मशाला में कानून एवं शांति व्यवस्था को प्रभावित करने के आशय से लोगों को एकत्रित किया जा रहा था, जो कि एक विधि विरुद्ध जमाव था और निषेधाज्ञा का उल्लंघन था। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली उत्तरकाशी द्वारा उन्हें समझाने-बुझाने पर भी वह निषेधाज्ञा के नियमों का उल्घंन्न करने पर उतारु थे, इनके द्वारा पूर्व मे सोशल मीडिया के माध्यम से भडकाऊ एवं आपत्तिजनक पोस्ट कर सम्प्रदायिकता भी फैलाई जा रही है, जिससे कानून एवं शान्ति व्यवस्था प्रभावित होने की पूर्ण सम्भावना थी, जिस पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली उत्तरकाशी द्वारा पुलिस टीम के साथ जितेन्द्र चौहान, सूरज डबराल एवं सोनू नेगी को पुलिस हिरासत में लिया गया।
उक्त व्यक्तियों पर पूर्व में 24 अक्टूबर को जनाक्रोश रैली का आयोजन कर रैली के दौरान अपने सामान्य उद्देश्य को अग्रसर करने के लिए एक राय होकर धार्मिक भावना को भडकाना बल एवं हिंसा का प्रयोग कर सरकारी व लोक सम्पत्ति जिसमें पुलिस बैरियर, रस्सा तथा बाजार की दुकानों को क्षति पहुंचाना, लोक सेवक पर पथराव कर जानलेवा हमला कर गम्भीर रुप से चोट पहुंचाना व महिला पुलिस अधिकारी/कर्मियों के साथ अभद्रता करने के आश्य से आपराधिक हमला करने के सम्बन्ध मे कोतवाली उत्तरकाशी पर भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत है।
गिरफ्तार अभियुक्त-
1- जितेन्द्र चौहान पुत्र मुन्ना सिंह चौहान निवासी जोशियाडा उत्तरकाशी।
2- सूरज डबराल पुत्र भगवती प्रसाद डबराल निवासी जोशियाड़ा उत्तरकाशी।
3- सोनू नेगी उर्फ प्रिंस पुत्र नन्दराम नेगी निवासी डुण्डा उत्तरकाशी।