उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की होनहार बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। खासतौर पर खेल के क्षेत्रों में अभूतपूर्व मुकाम हासिल कर रही है। अच्छा लगता है जब बेटियां अपने हुनर और परिश्रम के बदौलत अपने परिजनों का तो गौरव बढ़ती ही है साथ ही सफलता के कई मुकाम भी हासिल कर प्रदेश और देश को भी गौरवान्वित भी करती है। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिनका चयन उत्तराखण्ड की अंडर 15 महिला क्रिकेट टीम में हो गया है। हम बात कर रहे हैं पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार निवासी गौरी गुसाईं की, जिसका चयन उत्तराखण्ड को अंडर 15 महिला क्रिकेट टीम में हुआ है। गौरी कोटद्वार की पहली ऐसी महिला क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जिनका चयन उत्तराखण्ड की टीम में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए हुआ है। यह उपलब्धि न केवल गौरी के लिए, बल्कि कोटद्वार शहर के लिए भी गर्व का विषय है।
बता दें, इस संबंध में गौरी के कोच मोहित बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि गौरी ने सनराइज क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट की बारीकियों को सीखा और अपनी कड़ी मेहनत के बलबूते उत्तराखण्ड अंडर 15 बालिका क्रिकेट टीम में सम्मिलित होने का अभूतपूर्व मुकाम हासिल किया है।सनराइज क्रिकेट अकादमी के कोच और खिलाड़ी भी इस उपलब्धि को एक प्रेरणा के रूप में देख रहे हैं और उन्होंने गौरी के उज्जवल भविष्य की कामना की है। वहीं, इस अभूतपूर्व उपलब्धि को हासिल करने वाली गौरी गुसाईं के पिता माधव सिंह गुसाईं जहां एक शिक्षक हैं वहीं उनकी मां मोनिका गुसाईं एक कुशल गृहिणी हैं। गौरी की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है।