उत्तर नारी डेस्क
माँ गंगा के उद्गम स्थल पर स्थित उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध तीर्थ गंगोत्री धाम के कपाट आज 2 नवम्बर को अन्नकूट के पावन पर्व पर अपराह्न 12 बजकर 14 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा अर्चना के बाद विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिये गए है।
पुलिस सुरक्षा के बीच मां गंगा की डोली ढोल-दमाऊ, आर्मी बैंड और माँ गंगा के जय-जयकारों के साथ गंगोत्री से मुखबा गांव के लिए रवाना हुई। मां गंगा का रात्रि विश्राम आज मां चंडी देवी (मार्कण्डेय पूरी) मन्दिर में होगा। कल मां गंगा की उत्सव डोली भैयादूज के पर्व पर अपने मायके मुखबा (मुखीमठ) पहुंचेगी। शीतकाल में श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन और पूजा-अर्चना गंगा जी के शीतकालीन प्रवास मुखबा स्थित गंगा मंदिर में कर सकेंगें। मां गंगा की भोग मूर्ति 6 माह सोमेश्वर देवता के साथ मुखबा में रहेंगी।
इस वर्ष 8 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माँ गंगा जी के दर्शन किये है। पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी के निर्देशन में इस बार चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा में तैनात उत्तरकाशी पुलिस, फायर एवं SDRF के जवानों द्वारा हर प्रकार की परिस्थिति में 24×7 अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहते हुए श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल एवं सुगम बनाया गया।