उत्तर नारी डेस्क
मामला अक्टूबर 2024 में देहरादून निवासी एक पीड़ित द्वारा साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत से सामने आया। पीड़ित ने बताया कि इंटरनेट सर्फिंग करते समय एक स्टॉक ट्रेडिंग विज्ञापन दिखाई दिया, जिसके लिंक पर क्लिक करने के बाद उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। यहां अज्ञात साइबर ठगों ने खुद को NWIL Securities और Religare Enterprises Ltd. का सदस्य बताकर विश्वास में लिया और फर्जी RBL Mobile App पर ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए प्रेरित किया। इस प्रक्रिया के दौरान, पीड़ित से कुल 84,70,000 रुपये की धोखाधड़ी की गई।
एसटीएफ ने इस गंभीर मामले की जांच शुरू की और साइबर पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य जुटाए। इन साक्ष्यों के आधार पर यह पाया गया कि अभियुक्तों ने ठगी की गई रकम को विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किया था। इसके बाद, पुलिस ने अभियुक्त की पहचान की और उसे कासगंज, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त बैंक खाता का एसएमएस अलर्ट और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ।
अभियुक्त सोशल मीडिया के जरिए पीड़ितों से संपर्क करते थे और उन्हें स्टॉक ट्रेडिंग और IPO में निवेश के माध्यम से मुनाफा कमाने का झांसा देते थे। पीड़ितों को फर्जी वेबसाइट पर खाता खुलवाकर बड़े मुनाफे का दिखावा किया जाता था और अधिक धन जमा करवाने के लिए मजबूर किया जाता था। फिर, धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी।
गिरफ्तार अभियुक्त
दुर्गेश पुत्र स्व0 जय सिंह, निवासी सुभाष नगर, हमापुर, कासगंज, उत्तर प्रदेश (उम्र- 29 वर्ष)
घटना में प्रयुक्त बैंक खाते का एसएमएस अलर्ट नंबर सहित एक मोबाइल फोन,एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने बताया कि इस प्रकार की धोखाधड़ी में शामिल अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, और पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।