उत्तर नारी डेस्क
पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार में खो नदी के तट पर स्थित श्री सिद्धबली मंदिर बजरंगबली का प्राचीन सिद्धपीठ मंदिर है। इस मंदिर में लोगों की आस्था उन्हें यहां खींच लाती है। सिद्धबली मंदिर के द्वार से कभी कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है। इसी क्रम में स्वीडन से कोटद्वार आकर ब्याह रचाने वाले अरविन ने सिद्धबली मंदिर में पौधारोपण कर अपनी शादी की पहली सालगिरह मनाई है। साथ ही सिद्धबली मंदिर की यज्ञशाला परिसर में पौधारोपण किया है।
आपको बता दें, स्वीडन के स्टाकहोम निवासी अरविन ने एक साल पहले कोटद्वार की बैंक कॉलोनी निवासी नीति रावत से गढ़वाली रीति-रिवाज से विवाह किया था। अरविन और उनकी पत्नी नीति रावत शादी की पहली सालगिरह मनाने के लिए स्वीडन से भारत आए थे। उन्होंने सोमवार को सिद्धबली मंदिर की यज्ञशाला में पहुंचकर पौधा रोपा।
वहीं, पौधा रोपण पर अरविन ने बताया कि स्वीडन में पर्यावरण के प्रति लोग ज्यादा सजग हैं। एक करोड़ से भी कम जनसंख्या वाले यूरोपीय देश में प्राकृतिक संपदा, जंगल, हवा, पानी शुद्ध हैं। उन्होंने क्षेत्रवासियों से भी पर्यावरण संरक्षण के लिए सजग बनने और खास अवसरों पर प्राकृतिक धरोहरों को संजोने के लिए हरसंभव सहयोग करने का आह्वान किया।